कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की गिरफ्तारी को लेकर एक वारंट जारी किया गया है. दरअसल, उनकी गिरफ्तारी का यह वारंट हिंदू-पाकिस्तान को लेकर दिए गए बयान पर जारी किया गया है. कोलकाता की एक अदालत ने हिंदू पाकिस्तान वाले कथित बयान को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर के खिलाफ मंगलवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया. थरूर ने कथित तौर पर कहा था कि यदि भाजपा फिर से सत्ता में आई तो यह पार्टी फिर से संविधान लिखेगी और एक हिंदू पाकिस्तान के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी.
नजरबंद हुए पूर्व CM उमर अब्दुल्ला के समर्थन में आए कांग्रेस नेता शशि थरूर, Tweet कर कही यह बात
कांग्रेस नेता के इस कथित बयान से विवाद पैदा हो गया था और भगवा पार्टी ने मांग की थी कि थरूर इस बयान के लिए माफी मांगे. मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) दिपंजन सेन ने वकील सुमित चौधरी की याचिका पर थरूर के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया. इस मामले पर अगली सुनवाई 24 सितम्बर को होगी. चौधरी ने थरूर द्वारा तिरुवनंतपुरम में दिये गये कथित बयान के मद्देनजर यहां सीएमएम अदालत में मामला दायर किया था.
अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के पास सिर्फ एक नाम 'प्रियंका गांधी'
याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री धार्मिक आधार पर लोगों के विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए जानबूझकर काम कर रहे है. चौधरी ने कहा कि मंगलवार की सुनवाई के दौरान किसी वकील द्वारा अदालत में थरूर का प्रतिनिधित्व नहीं किया गया जिसके बाद कांग्रेस सांसद के खिलाफ वारंट जारी किया गया. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में जारी उथल-पुथल की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) को नजरबंद कर दिया गया था.
इसके बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के समर्थन में आए और कहा था कि आप अकेले नहीं हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, 'आप अकेले नहीं हैं उमर अब्दुल्ला. हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है क्योंकि आप उसका सामना करेंगे जो भी देश के लिए सरकार के मन में है. संसद का सत्र अब भी चल रहा है और हमारी आवाज भी शांत नहीं होगी.
लोकसभा में RTI संशोधन बिल पेश : जानें कानून में क्या बदलना चाहती है मोदी सरकार
इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'जम्मू-कश्मीर में हो क्या रहा है? क्यों नेताओं को रातोंरात गिरफ्तार किया जा रहा है, जबकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया? अगर कश्मीरी हमारे नागरिक हैं और उनके नेता हमारे सहयोगी, निश्चित रूप से आतंकियों और अलगाववादियों से लड़ते हुए मुख्यधारा के नेताओं को साथ रखा जाना चाहिए. अगर हम उन्हें अलग-थलग कर दें तो बचा कौन?
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं