
जम्मू-कश्मीर में सेना के अफसर की हत्या
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
लेफ्टिनेंट उमर फ़ैय्याज को कुलगाम से अगवा किया
शोपियां में मिला शव, लगी थी कई गोलियां
कुछ दिन पहले दो जवानों की हुई थी हत्या

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान द्वारा बनाए गए बूबी ट्रैप में भारतीय सेना और बीएसएफ़ के जवान फंस गए और इसकी वजह से दो जवानों को अपनी जान गवानी पड़ी. यही नहीं पाकिस्तान की सेना ने भारतीय सेना के शहीद हुए जवानों के शवों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया. बीएसएफ़ ने जो रिपोर्ट मंत्रालय को दी है, उसके मुताबिक़ इनपुट ये मिला था कि कुछ लैंडमाइन एक नाले में पाकिस्तान सेना बिछा रही है. उसकी पुष्टि करने जब जवान गए तब वो बूबी ट्रैप में फंस गए थे.
भारतीय सेना ने बयान जारी किया था बयान
भारतीय सेना के उत्तरी कमान ने एक बयान में कहा है, ‘पाकिस्तान ने कृष्ण घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर दो अग्रिम चौकियों पर बिना उकसावे के रॉकेट और मोर्टार दागे. इसी वक्त बीएटी ने दोनों चौकियों के बीच गश्ती अभियान पर कार्रवाई शुरू की.’ बयान में कहा गया है, ‘गश्त पर तैनात हमारे दो सैनिकों के शवों को विकृत करके पाकिस्तानी सेना ने सैनिकों जैसे व्यवहार नहीं किया है.’अर्धसैनिक बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संघर्ष विराम का उल्लंघन सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुआ. हमले में सेना के नायब सूबेदार परमजीत सिंह और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 200वीं बटालियन के एक हेड कांस्टेबल प्रेम सागर की मौत हो गई. अधिकारी ने बताया, ‘सुबह साढ़े आठ बजे पुंछ जिले के कृष्णगाती सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर बीएसएफ चौकी पर पाकिस्तानी (सेना) चौकी की ओर से रॉकेट और स्वचालित हथियारों से भारी गोलीबारी की गई.’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं