भारत चीन सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के मध्य तनाव के बीच आर्मी चीफ (थल सेना प्रमख) जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लद्दाख के लिए रवाना होंगे. वह लद्दाख के दो दिन के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान, वह लेड में चीनी सैनिकों के साथ मुकाबले में घायल हुए भारतीय जवानों से मुलाकात करेंगे. बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई सैन्य झड़प में 20 भारतीय जवानों की जान गई थी और कई जवान घायल हुए थे. चीन को भी भारी जानी नुकसान हुआ था.
आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे आर्मी कमांडर कॉन्फेंस के खत्म होने के बाद लद्दाख के लिए रवाना होंगे. वहां पर चीन के साथ सीमा पर जारी तनातनी और सेना की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. नरवण के साथ में उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी होंगे. लेह में 15 जून को चीनी सैनिको के साथ हिंसा में घायल जवानों से मुलाकात करेंगे.
भारत और चीन के बीच तनाव को कम करने के लिए सैन्य स्तर पर बातचीत की जा रही है. पूर्वी लद्दाख में भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक संघर्ष (Ladakh Clash) के करीब एक सप्ताह बाद चीन की सेना ने स्वीकार किया है कि उनका कमांडिंग ऑफिसर इस दौरान मारा गया था. सूत्रों के अनुसार, चीनी सेना की ओर से यह बात दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत के दौरान सोमवार को स्वीकार की गई थी.
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मियों की जान कुर्बान हुई थी. झड़प में चीनी पक्ष के करीब 45 सैनिकों के मारे जाने या बुरी तरह से घायल होने की खबर सामने आई थी. हालांकि, चीन ने हिंसक संघर्ष बाद अपने मारे गए या घायल सैनिकों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी.
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