विज्ञापन
This Article is From Jan 14, 2022

थोक महंगाई दर में दिसंबर 2021 में 13.56% के साथ आई कुछ गिरावट, नवंबर में थी 14.23 फीसदी

नवंबर 2021 में ऊंची महंगाई  दर मुख्‍य रूप से मिनरल्‍स आयल, मूल धातुओं, कच्‍चे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैसों, कैमिल्‍स, खाद्य उत्‍पादों आदि के दामों में आए उछाल के कारण थी और इनके भावों में आई नरमी के चलते थोक महंगाई दर में दिसंबर में गिरावट आई है.

प्रतीकात्‍मक फोटो

नई दिल्‍ली:

लगातार चार माह से बढ़ रही थोक महंगाई दर (Wholesale inflation rate) दिसंबर माह में कुछ थमी है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले माह यानी दिसंबर में  थोक महंगाई इंडेक्‍स (WPI)13.56 फीसदी रहा. नवंबर माह में यह 14.23% थी. नवंबर 2021 में ऊंची महंगाई दर मुख्‍य रूप से मिनरल्‍स आयल, मूल धातुओं, कच्‍चे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैसों, कैमिल्‍स, खाद्य उत्‍पादों आदि के दामों में आए उछाल के कारण थी और इनके भावों में आई नरमी के चलते थोक महंगाई दर में दिसंबर में गिरावट आई है.नवंबर 2021 में डब्ल्यूपीआई इंफ्लेशन 14.23 फीसदी थी. थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति में गिरावट आने के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगले महीने अपनी मौद्रिक नीति में दरों को स्थिर रख सकता है. आरबीआई मौद्रिक नीति की घोषणा 9 फरवरी को करेगा.

अप्रैल से लगातार नौंवें महीने थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति दहाई अंक में बनी हुई है. पिछले साल नवंबर में मुद्रास्फीति 14.23 फीसदी थी जबकि दिसंबर 2020 में यह 1.95 फीसदी थी.खाद्य वस्तुओं में मुद्रास्फीति दिसंबर में 23 महीने के उच्चतम स्तर 9.56 फीसदी पर पहुंच गई. नवंबर में यह 4.88 फीसदी थी. सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी नंवबर के 3.91 फीसदी की तुलना में दिसंबर में 31.56 फीसदी हो गई.खाद्य सामग्रियों की श्रेणी में दालें, गेहूं, अनाज और धान में नवंबर की तुलना में दिसंबर में कीमतें बढ़ीं जबकि आलू, प्याज, फल और अंडा, मांस तथा मछली के दामों में नरमी आई.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘दिसंबर 2021 में मुद्रास्फीति की दर मुख्य रूप से खनिज तेलों, मूल धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, रसायन और रासायनिक उत्पादों, खाद्य उत्पादों, कपड़ा, कागज और कागज के उत्पादों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण इससे पिछले साल इसी महीने की तुलना में ज्यादा है.''विनिर्मित वस्तुओं की मुद्रास्फीति दिसंबर में 10.62 फीसदी थी जबकि इससे पहले के महीने में यह इससे अधिक 11.92 फीसदी थी.दिसंबर में ईंधन और विद्युत वर्ग में मुद्रास्फीति 32.30 प्रतिशत हो गई, जबकि नवंबर में यह 39.81 प्रतिशत थी.इससे पहले जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर, 2021 में बढ़कर 5.59 प्रतिशत हो गई.रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति अक्टूबर 2021 में 0.1 फीसदी थी जो दिसंबर 2021 में 23 महीने के उच्चतम स्तर 9.6 फीसदी पर पहुंच गई.(भाषा से भी इनपुट)
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com