
कोरोनावायरस लॉकडाउन (Coronavirus lockdown) के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शहर से गांव की ओर लौट रहे लोगों की मदद के लिए सरकार से आग्रह किया है. लॉकडाउन की वजह से काफी संख्या में लोग अपने गांव जाने के लिए मजबूर हैं, इनमें ज्यादातर निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले लेबर और दिहाड़ी मजदूर शामिल हैं. लॉकडाउन की वजह से शहर में निर्माण कार्य और कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया, जिसके चलते इन लोगों को काम नहीं मिल रहा है. कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए सरकार ने जरूरी सामानों की आपूर्ति को छोड़कर अन्य सभी यात्री परिवहन सेवा पर रोक लगा दी है.
प्रियंका गांधी वीडियो संदेश के साथ किए अपने ट्वीट में लिखा- "दिल्ली के बॉर्डर पर त्रासद स्थिति पैदा हो चुकी है. हजारों की संख्या में लोग पैदल अपने घरों की तरफ निकल पड़े हैं. कोई साधन नहीं, भोजन नहीं. कोरोना का आतंक, बेरोजगारी और भूख का भय इनके पैरों को घर गाँव की ओर धकेल रहा है. मैं सरकार से प्रार्थना करती हूँ कृपया इनकी मदद कीजिए."
दिल्ली के बॉर्डर पर त्रासद स्थिति पैदा हो चुकी है। हजारों की संख्या में लोग पैदल अपने घरों की तरफ निकल पड़े हैं। कोई साधन नहीं, भोजन नहीं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 27, 2020
कोरोना का आतंक, बेरोजगारी और भूख का भय इनके पैरों को घर गाँव की ओर धकेल रहा है।
मैं सरकार से प्रार्थना करती हूँ कृपया इनकी मदद कीजिए। pic.twitter.com/3vsfPDkOpS
इससे पहले, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए राज्य में गरीबों, मजदूरों और सभी जरूरतमंदों की मदद की जाए तथा रास्ते में फंसे लोगों के लिए स्कूलों एवं कॉलेजों को खोला जाए.योगी को लिखे पत्र में प्रियंका ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्य सरकार के साथ खड़ी है और प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सेवा ले सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी इस वक्त सरकार का सहयोग करने के लिए पूरी तरह तैयार है. मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे लोगों को कोरोना के बारे में जागरूक करें और उनकी हर संभव मदद करें.''
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