पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह नई पार्टी बनाएंगे. अगर किसान आंदोलन का समाधान उनके हित में हो जाता है तो पंजाब में भाजपा के साथ समझौते को लेकर भी वे विचार करेंगे. साथ ही अकाली समूहों से अलग हुए दलों सहित समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने का भी विचार करेंगे. बता दें, पिछले महीने अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, उसके बाद उन्होंने भाजपा में शामिल होने की संभावना को खारिज कर दिया था. उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने किसानों के आंदोलन पर चर्चा के लिए मुलाकात की थी.
मंगलवार शाम को कई ट्वीट करते हुए अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने उनके हवाले से लिखा है, 'जल्द ही पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा करने के लिए अपनी खुद की पार्टी का ऐलान करेंगे. इन लोगों में हमारे किसान भी शामिल हैं जो करीब एक साल से अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं.'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है, 'अगर किसानों के हित में किसान आंदोलन का समाधान हो जाता है तो 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में भाजपा के सीटों के समझौते की संभावना है. इसके अलावा अकाली समूहों से अलग हुए दलों सहित समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने का भी विचार करेंगे.'
‘Hopeful of a seat arrangement with @BJP4India in 2022 Punjab Assembly polls if #FarmersProtest is resolved in farmers' interest. Also looking at alliance with like-minded parties such as breakaway Akali groups, particularly Dhindsa &
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 19, 2021
Brahmpura factions': @capt_amarinder 2/3 https://t.co/rkYhk4aE9Y
79 वर्षीय अमरिंदर सिंह पिछले चार दशक से ज्यादा समय से कांग्रेस के साथ थे और पंजाब में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता रहे हैं. सितंबर ने अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था. इसके बाद अमरिंदर सिंह ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी ने उनका अपमान किया है. गौरतलब है कि अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में काफी तनाव रहा था. सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद उनके बीच तनाव ज्यादा बढ़ गया था. कांग्रेस नेतृत्व ने इस तनाव को खत्म करने की भी काफी कोशिश की, लेकिन सारी कोशिशें बेनतीजा रहीं. अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया है.
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कांग्रेस छोड़ने के वक्त ही अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट कर दिया था कि वे राजनीतिक विकल्प तलाश करेंगे. उन्होंने कहा था, 'हमेशा एक विकल्प होता है, और समय आने पर मैं उस विकल्प का इस्तेमाल करूंगा.' साथ ही उन्होंने कहा था कि वह "दोस्तों" के साथ चर्चा के बाद अपने भविष्य के कदम पर फैसला करेंगे.
सितंबर महीने के अंत में गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद, अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया था कि उन्होंने "कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय चले रहे किसान आंदोलन' पर चर्चा की. उन्होंने कहा था कि उन्होंने मंत्री से "कानूनों को निरस्त करने और एमएसपी की गारंटी के साथ संकट को तत्काल हल करने' अपील की थी.'
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