 
                                            अखिलेश यादव बैठक में भावुक हो गए (फाइल फोटो)
                                                                                                                        - बैठक में अखिलेश यादव भावुक हो गए
- मुलायम के खिलाफ कुछ नहीं बोले अखिलेश
- एक मजबूत लीडर के तौर पर नजर आए अखिलेश
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        समाजवादी पार्टी में टिकट बंटवारे पर शुरू हुआ घमासान कम नहीं हो रहा है. 6 साल के निलंबन की घोषणा के बाद अखिलेश यादव ने आज विधायकों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में 200 से अधिक विधायक पहुंचे थे और 30 से अधिक एमएलसी और मंत्री पहुंचे थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में सीएम अखिलेश यादव भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि 2017 का चुनाव जीतकर नेताजी को तोहफे में देना है. वह इस बैठक में काफी मजबूत लीडर के तौर पर दिखे. हालांकि उन्होंने मुलायम सिंह यादव को लेकर कोई निगेटिव बात नहीं की.
शुक्रवार को भी समर्थकों को उग्र होते देख अखिलेश ने अपने एक विधायक को समर्थकों के बीच भेज कर संयम बरतने का संदेश दिया था. उन्होंने मुलायम सिंह यादव के खिलाफ नारेबाजी और पोस्टर न फाड़ने के निर्देश दिए थे. साथ ही किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनज़र मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव के घर के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम के निर्देश दिए थे.
बहरहाल पार्टी में सुलह की कोशिशें तेज हो गई हैं. दरअसल, आज हुए शक्ति परीक्षण में अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव पर भारी पड़ते दिखे. अखिलेश के आवास पर MLA औऱ MLC की बड़ी संख्या दिखाई दी. इसके पीछे वजह साफ है कि पार्टी को बनाने में मुलायम सिंह यादव की मेहनत की सभी कद्र करते हैं, लेकिन अधिकतर नेताओं को अपना भविष्य अखिलेश के साथ दिखता है.
                                                                        
                                    
                                मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में सीएम अखिलेश यादव भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि 2017 का चुनाव जीतकर नेताजी को तोहफे में देना है. वह इस बैठक में काफी मजबूत लीडर के तौर पर दिखे. हालांकि उन्होंने मुलायम सिंह यादव को लेकर कोई निगेटिव बात नहीं की.
शुक्रवार को भी समर्थकों को उग्र होते देख अखिलेश ने अपने एक विधायक को समर्थकों के बीच भेज कर संयम बरतने का संदेश दिया था. उन्होंने मुलायम सिंह यादव के खिलाफ नारेबाजी और पोस्टर न फाड़ने के निर्देश दिए थे. साथ ही किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनज़र मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव के घर के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम के निर्देश दिए थे.
बहरहाल पार्टी में सुलह की कोशिशें तेज हो गई हैं. दरअसल, आज हुए शक्ति परीक्षण में अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव पर भारी पड़ते दिखे. अखिलेश के आवास पर MLA औऱ MLC की बड़ी संख्या दिखाई दी. इसके पीछे वजह साफ है कि पार्टी को बनाने में मुलायम सिंह यादव की मेहनत की सभी कद्र करते हैं, लेकिन अधिकतर नेताओं को अपना भविष्य अखिलेश के साथ दिखता है.
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