यह ख़बर 28 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

स्मारकों और पार्कों को किराये पर देना जायज फैसला : अखिलेश यादव

खास बातें

  • अखिलेश ने कहा, स्मारकों और पार्कों पर कितना पैसा खर्च हुआ है....हमने चुनाव में कहा था कि सत्ता में आने पर हम उनका अच्छा इस्तेमाल करेंगे।
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की पूर्ववर्ती मायावती सरकार द्वारा बनवाए गए पार्को और स्मारकों की खाली जमीन को शादी-ब्याह और अन्य सार्वजनिक कार्यों के लिए किराये पर देने के अपनी सरकार के निर्णय को उचित ठहराते हुए आज कहा कि उनका निर्माण सरकारी खजाने से कराया गया है।

मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में स्मारकों की खाली जमीन किराये पर दिए जाने के सरकार के निर्णय पर बसपा की नाराजगी संबंधी एक सवाल के जवाब में कहा, स्मारकों और पार्कों पर कितना पैसा खर्च हुआ है....हमने चुनाव में कहा था कि सत्ता में आने पर हम उनका अच्छा इस्तेमाल करेंगे।

उन्होंने तन्जिया लहजे में कहा, उन पार्कों और स्मारकों में अष्टधातु के बने पेड़ और जानवर लगाए गए हैं....उनका इससे बेहतर इस्तेमाल और क्या हो सकता है। अखिलेश ने इसी क्रम में हंसते हुए कहा कि इन स्मारकों और पार्कों में शादी-ब्याह तथा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होने से तो उनका प्रचार ही होगा। इसमें क्या खराबी है। उन्होंने यह भी कहा कि लोहिया पार्क में बसपा के लोग भी टहलते हैं।

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गौरतलब है कि राज्य की अखिलेश सरकार ने पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में बनवाये गए आलीशान स्मारकों तथा पार्कों में खाली पड़ी जमीन को शादी-ब्याह के लिए किराए पर देने का फैसला किया है। इससे नाराज बसपा ने इसके खिलाफ आंदोलन करने की घोषणा की है। बसपा नेताओं ने राज्यपाल बीएल जोशी से मुलाकात करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी।