धर्म परिवर्तन को लेकर बीजेपी पर कड़ा प्रहार करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि वह उनका धर्म परिवर्तन पहले करा दें। उन्होंने कहा कि जिस जनता ने उन्हें सबसे ज्यादा समर्थन दिया और लोकसभा में सबसे ज्यादा सीटें जिताईं, उसको धर्म परिवर्तन के नाम पर गुमराह किया जा रहा है।
अखिलेश यादव कानपुर में चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय में करीब 467 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास करने और 106 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण करने आए थे।
अखिलेश ने अपने भाषण में कहा, कुछ लोग अब प्रदेश में धर्मांतरण के नाम पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उनसे मैं कहूंगा कि पहले वह मेरा धर्म परिवर्तन करा दें, देखें वह धर्म परिवर्तन कर क्या करेंगे।
अखिलेश ने कहा, इससे पहले वे गाय के मसले पर माहौल बिगाड़ रहे थे... मैं पूछना चाहूंगा कि कितने बीजेपी नेताओं के घर में गाय है, जबकि मेरे घर में तो गाय है। मैंने तो कहा कि गाय पर कानून लाएं, लेकिन अभी तक कानून नहीं आया। असल में गाय की आड़ में उनका निशाना टेनरी (चमड़ा कारखानों) पर है, अगर टेनरी बंद हो जाएँगी तो जूता कहां से पहनेंगे, क्या बीजेपी वाले जूता पहनने की बजाय खड़ाऊं पहनना पसंद करेंगे।
अलीगढ़ में होने वाले धर्म परिवर्तन के संबंध में बाद में पत्रकारों के सवालों पर अखिलेश ने कहा, जिस पार्टी (बीजेपी) को जनता ने सबसे ज्यादा मदद की, जिन्हें (लोकसभा में) सबसे ज्यादा सीटें दिलाईं, अब वही जानबूझकर माहौल खराब कर रही है। उन्होंने कहा कि संविधान और कानून अपना काम करेगा, और इसकी धज्जियां उड़ाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई प्रशासन करेगा। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वहां का माहौल ठीक रखा जाए और शांतिपूर्ण ढंग से जीवन चलता रहे।
उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों पर मीडिया को भी ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक द्वारा राममंदिर बनाए जाने की वकालत के सवाल पर उन्होंने कहा, गर्वनर साहब से मेरे बहुत अच्छे संबंध है और हमारी अक्सर बातचीत होती रहती है। आपको इस बाबत कुछ भी पूछना है, तो उन्हीं से पूछें।
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