भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के जांबाजों ने आज संगठन के 89वें स्थापना दिवस (Foundation Day) पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर अपने रणकौशल का प्रदर्शन किया. वायु सेना के दस्ते ने हवा में हैरतंगेज कारनामे दिखाए. इस दौरान वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी (Air Chief Marshal VR Chaudhary) ने कहा कि किसी भी सूरत में बाहरी ताकतों को हम अपनी वायु क्षेत्र का उल्लंघन नहीं करने देंगे.
अपने संबोधन में चौधरी ने कहा, "मैं पूरी तरह से वाकिफ हूं कि मैंने चुनौतीपूर्ण समय में वायु सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला है." उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्तिति में भारतीय वायु क्षेत्र का विदेशी अतिक्रमण होने नहीं दिया जाएगा. चौधरी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख के घटनाक्रम के जवाब में त्वरित कार्रवाई भारतीय वायुसेना की युद्ध तत्परता का प्रमाण है.
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उन्होंने कहा कि ये वक्त की मांग है कि हम उच्च तकनीक परियोजनाओं में आत्मनिर्भर बनें. इसलिए हमें तकनीक को अपग्रेड करना होगा. चौधरी ने कहा, "नवोन्मेषी विचार लंबे समय से हमारी ताकत रहे हैं." उन्होंने कहा कि वायु सेना के सभी अधिकारियों को इस बात पर जोर देना होगा कि वो अपने मातहत कर्मियों को प्रोत्साहित करना होगा और उन्हें ट्रेंड करना होगा. एकजुटता ही हमारा अटूट विश्वास है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुक्रवार को वायु सेना दिवस पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारतीय सशस्त्र सेना का यह अंग साहस, तत्परता और दक्षता का प्रतीक है. वायु सेना की स्थापना 08 अक्टूबर 1932 को हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वायु सेना दिवस पर सभी योद्धाओं और उनके परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएं. वायु सेना साहस, तत्परता और दक्षता का पर्याय है. उन्होंने देश की सुरक्षा में खुद को पारंगत किया है और चुनौतियों के समय मानवीय भावनाओं के अनुकूल काम किया है.''
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