झारखंड के पाकुड़े में मंगलवार को स्वामी अग्निवेश पर भीड़ ने हमला किया था.
रांची:
झारखंड के पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले का मुद्दा आज संसद में छाया रहा है. विपक्ष ने इसे बीजेपी की करतूत करार दिया तो बीजेपी ने विपक्ष के इस आरोप को निराधार बताया. वहीं इस सब हंगामे के बीच झारखंड के एक मंत्री ने ये कह कर सनसनी फैला दी कि ख़ुद अग्निवेश ने ख़ुद पर हमला कराया है.
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झारखंड के शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह ने बुधवार को कहा कि 'स्वामी अग्निवेश एक धोखेबाज हैं और उन्होंने ही खुद पर हमले की साजिश रची.' सिंह ने कहा, 'अग्निवेश एक धोखेबाज हैं. मैं उन्हें पिछले 40 वर्षो से जानता हूं. इस हमले में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) का कोई कार्यकर्ता शामिल नहीं है. उन्होंने ही खुद पर हमले की साजिश रची थी.'
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उन्होंने आरोप लगाया कि देश में अशांति फैलाने के लिए अग्निवेश विदेशी फंड का प्रयोग कर रहे हैं. अग्निवेश पर हमले को लेकर झारखंड विधानसभा में बुधवार को हंगामा हुआ. विपक्षी सदस्य मंत्री सीपी सिंह द्वारा अग्निवेश को 'धोखेबाज और दलाल' कहे जाने को लेकर गुस्से में दिखाई दिए. विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा, 'यह घटना राज्य सरकार के निर्देश पर हुई. राज्य सरकार के पास भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा हमले की सूचना पहले से ही थी.'
VIDEO: मी अग्निवेश पर भीड़ का हमला
विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने विपक्ष को शांत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रघुबर दास ने जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए थी. हेमंत सोरेन और झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक के विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इस मामले में पकड़े गए लोगों को राजधानी रांची से दिए गए निर्देश के बाद छोड़ दिया गया है.
बता दें कि स्वामी अग्निवेश ने मार-पीट में शामिल एबीवीपी और बीजेपी युवा मोर्चा के लोगों की पहचान करने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. स्वामी अग्निवेश ने अपने साथ हुई मार-पीट की घटना के बाद संवाददाआतों के साथ हुई बातचीत में कहा था कि विरोध प्रदर्शन की बात मैंने पुलिस अधिकारियों को बताई थी अपने उससे खुद को सुरक्षा की मदद मांगी थी लेकिन वहां से भी कोई मदद नहीं मिली. स्वमी अग्निवेश ने कहा कि ''वहां पुलिस का कोई आदमी मौजूद नहीं था. यहां तक कि मैं लगातार एसपी और डीएम को कॉल कर रहा था लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला.''
(इनपुट : IANS)
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झारखंड के शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह ने बुधवार को कहा कि 'स्वामी अग्निवेश एक धोखेबाज हैं और उन्होंने ही खुद पर हमले की साजिश रची.' सिंह ने कहा, 'अग्निवेश एक धोखेबाज हैं. मैं उन्हें पिछले 40 वर्षो से जानता हूं. इस हमले में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) का कोई कार्यकर्ता शामिल नहीं है. उन्होंने ही खुद पर हमले की साजिश रची थी.'
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उन्होंने आरोप लगाया कि देश में अशांति फैलाने के लिए अग्निवेश विदेशी फंड का प्रयोग कर रहे हैं. अग्निवेश पर हमले को लेकर झारखंड विधानसभा में बुधवार को हंगामा हुआ. विपक्षी सदस्य मंत्री सीपी सिंह द्वारा अग्निवेश को 'धोखेबाज और दलाल' कहे जाने को लेकर गुस्से में दिखाई दिए. विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा, 'यह घटना राज्य सरकार के निर्देश पर हुई. राज्य सरकार के पास भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा हमले की सूचना पहले से ही थी.'
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विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने विपक्ष को शांत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रघुबर दास ने जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए थी. हेमंत सोरेन और झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक के विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इस मामले में पकड़े गए लोगों को राजधानी रांची से दिए गए निर्देश के बाद छोड़ दिया गया है.
बता दें कि स्वामी अग्निवेश ने मार-पीट में शामिल एबीवीपी और बीजेपी युवा मोर्चा के लोगों की पहचान करने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. स्वामी अग्निवेश ने अपने साथ हुई मार-पीट की घटना के बाद संवाददाआतों के साथ हुई बातचीत में कहा था कि विरोध प्रदर्शन की बात मैंने पुलिस अधिकारियों को बताई थी अपने उससे खुद को सुरक्षा की मदद मांगी थी लेकिन वहां से भी कोई मदद नहीं मिली. स्वमी अग्निवेश ने कहा कि ''वहां पुलिस का कोई आदमी मौजूद नहीं था. यहां तक कि मैं लगातार एसपी और डीएम को कॉल कर रहा था लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला.''
(इनपुट : IANS)
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