प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निष्कासित करने के बाद आप ने दूसरे असंतुष्टों को चेतावनी दी है। वहीं पार्टी की राष्ट्रीय परिषद (एनसी) ने पार्टी की छवि खराब करने के लिए मीडिया में बयान जारी करने वाले दूसरे सदस्यों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) को पूरे अधिकार दे दिए।
पार्टी ने बयान जारी कर कहा, 'राष्ट्रीय परिषद् ने पीएसी को किसी भी सदस्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया है, जो पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर मीडिया में बयान देते हैं, ताकि पार्टी की छवि खराब की जा सके।'
पार्टी सूत्रों ने बताया कि अब जबकि भूषण-यादव न तो पीएसी के सदस्य हैं न ही एनसी के, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई करना आसान है और अगर वे पार्टी की छवि को खराब करने वाले बयान देते हैं तो उन्हें पार्टी से 'निष्कासित' कर दिया जाएगा।
पार्टी ने यह भी घोषणा की कि भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ अप्रैल में संसद का धरना-घेराव किया जाएगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं