रालोसपा प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मुलाकात के बाद अपने सियासी पत्ते तो नहीं खोले हैं, लेकिन नई संभावनाओं के संकेत जरूर दिए हैं. चार दिन पहले जदयू प्रमुख नीतीश कुमार से मिलने के बाद दोनों नेताओं के साथ आने के सवाल पर कुशवाहा ने कहा, "अभी ऐसी कोई योजना नहीं है ... लेकिन कौन जानता है कि कल क्या होगा.''
RLSP प्रमुख कुशवाहा ने कहा, "ये अटकलें मात्र हैं. मुझे मंत्री पद या बिहार विधान परिषद की सीट नहीं चाहिए. हमने मौजूदा राजनीतिक हालातों के बारे में चर्चा की. रालोसपा (RLSP) प्रमुख ने आगे कहा कि नीतीश ने अपने आवास पर एक साथ काम करने के विकल्प के बारे में बात करने के लिए आमंत्रित किया था. कुशवाहा ने कहा कि निमंत्रण को हमने स्वेच्छा से स्वीकार कर लिया. RLSP ने बिहार में विपक्षी महागठबंधन से नाता तोड़कर BSPऔर AIMIM के साथ गठबंधन करके बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा था. उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राजद नेता तेजस्वी यादव के "निजी हमले" पर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) को आड़े हाथ लिया था.
जदयू (JDU) के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने दो दिसंबर को कुशवाहा की नीतीश (Nitish Kumar) के साथ बैठक का ब्योरा दिए बिना कहा, "कुशवाहा सत्ता पक्ष की समान विचारधारा में विश्वास करते हैं और अगर वह हमारे साथ हाथ मिलाने का फैसला लेते हैं, तो यह अच्छा होगा." कुशवाहा की नीतीश के साथ मुलाकात पर सियासी हलकों में यह अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि वह अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) का सत्ताधारी जदयू के साथ विलय कर सकते हैं. उनको विधान परिषद सदस्य के रूप में राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की भी अटकलें हैं.
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