अपनी पुरानी स्कॉर्पियो के साथ अण्णा हजारे
मुंबई:
सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे ने एक नई टोयोटा इनोवा ली है। इससे पहले उन्होंने अपनी एक पुरानी एसयूवी को नीलाम कर दिया था, जिसे उन्होंने आठ साल प्रयोग किया था।
हजारे अपनी नई गाड़ी को चलाकर रालेगण सिद्धी आए। गांव के लोग अपने यहां के सबसे लोकप्रिय व्यक्ति को गाड़ी चलाते हुए देखने के लिए जमा हो गए।
अहमदनगर जिले के गांव से फोन पर हजारे के सहायक दत्ता अवारी ने बताया, 'बुधवार को इनोवा रालेगण सिद्धि आई थी। पीठ दर्द से परेशान अण्णा को इसका सीट प्रबंधन ठीक लगा है।'
आठ साल पुरानी महिंद्रा स्कॉर्पियो को हजारे ने कई आंदोलनों के दौरान इस्तेमाल किया, जिसमें जनलोकपाल आंदोलन भी शामिल है। उन्होंने इसे 17 मई को गांव में एक नीलामी में नौ लाख रुपये में बेच दिया था।
अहमदनगर के प्रवीण उर्फ अतुल लोखंडे ने स्कोर्पियो को 9,11,000 रुपये में खरीदा है। वे अण्णा के करीबी सहयोगी हैं।
इस एसयूवी पर मालिकाना हक हजारे की स्वामी विवेकानंद कृतज्ञता निधि का था। यह निधि अण्णा हजारे को पुरस्कारों के रूप में मिलने वाले कोष के प्रबंधन का काम करती है।
हजारे अपनी नई गाड़ी को चलाकर रालेगण सिद्धी आए। गांव के लोग अपने यहां के सबसे लोकप्रिय व्यक्ति को गाड़ी चलाते हुए देखने के लिए जमा हो गए।
अहमदनगर जिले के गांव से फोन पर हजारे के सहायक दत्ता अवारी ने बताया, 'बुधवार को इनोवा रालेगण सिद्धि आई थी। पीठ दर्द से परेशान अण्णा को इसका सीट प्रबंधन ठीक लगा है।'
आठ साल पुरानी महिंद्रा स्कॉर्पियो को हजारे ने कई आंदोलनों के दौरान इस्तेमाल किया, जिसमें जनलोकपाल आंदोलन भी शामिल है। उन्होंने इसे 17 मई को गांव में एक नीलामी में नौ लाख रुपये में बेच दिया था।
अहमदनगर के प्रवीण उर्फ अतुल लोखंडे ने स्कोर्पियो को 9,11,000 रुपये में खरीदा है। वे अण्णा के करीबी सहयोगी हैं।
इस एसयूवी पर मालिकाना हक हजारे की स्वामी विवेकानंद कृतज्ञता निधि का था। यह निधि अण्णा हजारे को पुरस्कारों के रूप में मिलने वाले कोष के प्रबंधन का काम करती है।
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