ग्वालियर:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर 'खदबदाहट' शनिवार को उस समय उजागर हो गई जब पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से कर दी। आडवाणी ने नरेंद्र मोदी की तुलना शिवराज सिंह चौहान से करते हुए कहा कि जहां मोदी ने पहले से मजबूत गुजरात को अच्छा किया, वहीं शिवराज ने 'बीमारू' मध्य प्रदेश को नए मुकान पर पहुंचाया है।
गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में हवा तैयार करते समय पार्टी के एक धड़े ने शिवराज के नाम का पासा फेंका था, लेकिन पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संसदीय बोर्ड में मोदी को ही जगह दी और शिवराज 'प्रसाद' पाने से वंचित रह गए।
आडवाणी ने कहा कि विकास व जनकल्याणकारी कार्य किए जाने के बाद भी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अहंकार से परे रहे, ठीक उसी तरह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अहंकार से परे हैं।
ग्वालियर में आयोजित भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई के पालक और संयोजक महाधिवेशन के समापन मौके पर आडवाणी ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश में 13 प्रधानमंत्री हुए हैं। उनका लेखा-जोखा करने पर पता लगता है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संसदीय लोकतंत्र की पैरोकारी की, किंतु देश की सुरक्षा के मामले में उन्हें चीन के हाथों पराजय झेलनी पड़ी और कुछ समय के बाद ही उनका अवसान हो गया।
इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को मात देकर बांग्लादेश का उदय कराया और देश का मान बढ़ाया। लेकिन उन्होंने आपातकाल थोपकर एक लाख से अधिक राजनीतिक कार्यकताओं को जेल में बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के सत्ता में आते ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश की बुनियादी आवश्यकताओं पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दिया।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण और उन्नयन, सफल परमाणु परीक्षण, किसान क्रेडिट कार्ड, नदी जोड़ो योजना और आर्थिक प्रबंधन में उन्होंने कीर्तिमान स्थापित कर देश-विदेश में प्रसिद्धि अर्जित की। लेकिन वे अहंकार से परे रहे, उनकी छत्रछाया में मैंने राजनैतिक जीवन में बहुत कुछ सीखा और हासिल किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को देखता हूं, उनकी कल्पनशीलता से मध्य प्रदेश विकास की नई बुलंदियां हासिल कर रहा है। लाड़ली लक्ष्मी योजना से प्रदेश की साढ़े 14 लाख कन्याओं का लाभान्वित होना प्रदेश और देश के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि देश के चार हिंदी भाषी राज्यों को उनके पिछड़ेपन के कारण बीमारू राज्य कहा जाता था, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आने के बाद पिछड़ेपन से मुक्ति दिलाकर विकास के चक्र को तीव्र गति दी है। इसीका परिणाम है कि चारों राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरांचल और बिहार में विकास की दर नए क्षितिज पर पहुंची है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि आजादी के बाद एक बड़े भू-भाग में शामिल राज्यों को पिछड़ेपन के कारण बीमारू राज्य के नाम से पुकारा जाता था।
लेकिन भाजपा और राजग के नेतृत्व में बनी सरकारों ने बीमारू राज्य की शब्दावली को आर्थिक विकास का परिदृश्य बदलकर विलोपित कर दिया है।
जेटली ने कहा कि देश में आर्थिक विकास की परिस्थतियां बनाने में भाजपा और राजग शासित राज्यों की भूमिका है और उन्हीं के कारण देश की विकास दर पांच प्रतिश पर टिक सकी है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जैसे क्रांतिकारी मुख्यमंत्री ने प्रदेश की तकदीर बदली है। आम आदमी को सकून दिया है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है। केंद्र सरकार हर मोर्चे पर विफल हुई है। इतिहास में अब तक की सबसे भ्रष्ट, निष्क्रिय, लकवाग्रस्त और अनिर्णय से अभिशप्त सरकार देकर संप्रग ने आम आदमी को बदहाली में धकेल दिया है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मध्य प्रदेश प्रभारी अनंत कुमार ने कहा कि मध्य प्रदेश में मिशन-2013 का आगाज हो चुका है। जिसके लिए पार्टी के कार्यकर्ता प्राण-पण से जुट जाए। उन्होंने कहा कि जनता के बीच में राज्य सरकार के विकास कार्यो को लेकर पहुंचें, साथ ही कांग्रेस को बूथ स्तर पर बेनकाब करें।
(इनपुट भाषा से भी)
गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में हवा तैयार करते समय पार्टी के एक धड़े ने शिवराज के नाम का पासा फेंका था, लेकिन पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संसदीय बोर्ड में मोदी को ही जगह दी और शिवराज 'प्रसाद' पाने से वंचित रह गए।
आडवाणी ने कहा कि विकास व जनकल्याणकारी कार्य किए जाने के बाद भी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अहंकार से परे रहे, ठीक उसी तरह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अहंकार से परे हैं।
ग्वालियर में आयोजित भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई के पालक और संयोजक महाधिवेशन के समापन मौके पर आडवाणी ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश में 13 प्रधानमंत्री हुए हैं। उनका लेखा-जोखा करने पर पता लगता है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संसदीय लोकतंत्र की पैरोकारी की, किंतु देश की सुरक्षा के मामले में उन्हें चीन के हाथों पराजय झेलनी पड़ी और कुछ समय के बाद ही उनका अवसान हो गया।
इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को मात देकर बांग्लादेश का उदय कराया और देश का मान बढ़ाया। लेकिन उन्होंने आपातकाल थोपकर एक लाख से अधिक राजनीतिक कार्यकताओं को जेल में बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के सत्ता में आते ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश की बुनियादी आवश्यकताओं पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दिया।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण और उन्नयन, सफल परमाणु परीक्षण, किसान क्रेडिट कार्ड, नदी जोड़ो योजना और आर्थिक प्रबंधन में उन्होंने कीर्तिमान स्थापित कर देश-विदेश में प्रसिद्धि अर्जित की। लेकिन वे अहंकार से परे रहे, उनकी छत्रछाया में मैंने राजनैतिक जीवन में बहुत कुछ सीखा और हासिल किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को देखता हूं, उनकी कल्पनशीलता से मध्य प्रदेश विकास की नई बुलंदियां हासिल कर रहा है। लाड़ली लक्ष्मी योजना से प्रदेश की साढ़े 14 लाख कन्याओं का लाभान्वित होना प्रदेश और देश के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि देश के चार हिंदी भाषी राज्यों को उनके पिछड़ेपन के कारण बीमारू राज्य कहा जाता था, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आने के बाद पिछड़ेपन से मुक्ति दिलाकर विकास के चक्र को तीव्र गति दी है। इसीका परिणाम है कि चारों राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरांचल और बिहार में विकास की दर नए क्षितिज पर पहुंची है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि आजादी के बाद एक बड़े भू-भाग में शामिल राज्यों को पिछड़ेपन के कारण बीमारू राज्य के नाम से पुकारा जाता था।
लेकिन भाजपा और राजग के नेतृत्व में बनी सरकारों ने बीमारू राज्य की शब्दावली को आर्थिक विकास का परिदृश्य बदलकर विलोपित कर दिया है।
जेटली ने कहा कि देश में आर्थिक विकास की परिस्थतियां बनाने में भाजपा और राजग शासित राज्यों की भूमिका है और उन्हीं के कारण देश की विकास दर पांच प्रतिश पर टिक सकी है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जैसे क्रांतिकारी मुख्यमंत्री ने प्रदेश की तकदीर बदली है। आम आदमी को सकून दिया है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है। केंद्र सरकार हर मोर्चे पर विफल हुई है। इतिहास में अब तक की सबसे भ्रष्ट, निष्क्रिय, लकवाग्रस्त और अनिर्णय से अभिशप्त सरकार देकर संप्रग ने आम आदमी को बदहाली में धकेल दिया है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मध्य प्रदेश प्रभारी अनंत कुमार ने कहा कि मध्य प्रदेश में मिशन-2013 का आगाज हो चुका है। जिसके लिए पार्टी के कार्यकर्ता प्राण-पण से जुट जाए। उन्होंने कहा कि जनता के बीच में राज्य सरकार के विकास कार्यो को लेकर पहुंचें, साथ ही कांग्रेस को बूथ स्तर पर बेनकाब करें।
(इनपुट भाषा से भी)
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