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This Article is From Jan 21, 2018

बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने 'आप' विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने पर दिया यह बयान...

यशवंत सिन्हा ने कहा, कोई सुनवाई नहीं, उच्च न्यायालय के आदेश का कोई इंतजार नहीं. यह बदतरीन किस्म की तुगलकशाही है.'

बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने 'आप' विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने पर दिया यह बयान...
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा.(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा 'आप' के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने की निर्वाचन आयोग की सिफारिश को मंजूरी देने को 'तुगलकशाही' करार दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'आप के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने का राष्ट्रपति का फैसला नैसर्गिक न्याय को पूर्ण रूप से निष्फल बनाना है. कोई सुनवाई नहीं, उच्च न्यायालय के आदेश का कोई इंतजार नहीं. यह बदतरीन किस्म की तुगलकशाही है.'

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कोविंद की मंजूरी के बाद, केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की. इसमें कहा गया कि राष्ट्रपति ने दिल्ली विधानसभा के 20 सदस्यों को दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सरकार अधिनियम (जीएनसीटीडी) के तहत अयोग्य ठहराया है. निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को 'आप' के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की थी. इन सभी पर बतौर संसदीय सचिव लाभ के पद पर आसीन होने के आरोप लगाए गए थे.

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आयोग ने राष्ट्रपति को अपना सुझाव वकील प्रशांत पटेल की शिकायत पर दिया था. हिंदू लीगल सेल के सदस्य पटेल ने जून 2015 में संसदीय सचिवों की नियुक्ति को अवैध ठहराते हुए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समक्ष याचिका दाखिल की थी. पटेल द्वारा दाखिल शिकायत में कहा गया कि जरनैल सिंह समेत 'आप' के 21 विधायकों को दिल्ली सरकार में मंत्रियों के लिए संसदीय सचिव नियुक्त करके संविधान का उल्लंघन किया गया था.

VIDEO : AAP के 20 विधायक अयोग्य करार


जरनैल सिंह ने पिछले साल पंजाब विधानसभा चुनाव में भाग लेने के लिए राजौरी गार्डन सीट से इस्तीफा दे दिया था.

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