नई दिल्ली:
टेलीविजन पर प्रसारित होने वाले लोकप्रिय कार्यक्रम ‘सत्यमेव जयते’ के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े कदाचार को उजागर करने का प्रयास करने वाले बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान अपनी टीम के साथ गुरुवार को संसद की स्थायी समिति के समक्ष अपने विचार रखने पहुंचे।
वाणिज्य संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद शांता कुमार ने फार्मा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचारों के आदान-प्रदान के लिए आमिर खान को आमंत्रित किया था।
शांता कुमार ने कहा, आमिर खान ने अपने कार्यक्रम ‘सत्यमेव जयते’ में चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं को उठाया। गरीबों को दवा नहीं सुलभ होने के विषय पर भी उन्होंने देश का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि इसी संदर्भ में हमने आमिर को संसद की स्थायी समिति के समक्ष अपनी टीम के साथ आने और विचार साझा करने के लिए आमंत्रित किया।
गौरतलब है कि 27 मई को प्रसारित ‘सत्यमेव जयते’ कार्यक्रम में आमिर खान ने चिकित्सा क्षेत्र में कदाचार के विषय को उठाया था। इसमें जीवन रक्षक दवाओं की काफी अधिक कीमतें होने के कारण उन तक गरीबों की पहुंच नहीं होने पर चिंता जताई गई थी।
शांता कुमार ने कहा कि फार्मा क्षेत्र में विदेशी कंपनियों का प्रभुत्व बढ़ रहा है, ऐसे में नीतियों में बदलाव की कवायद जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के फार्मा क्षेत्र में प्रभाव बढ़ने से दवाइयों की कीमतों में काफी वृद्धि हो रही है और गरीबों को रोगों के उपचार के लिए सस्ती दवाएं सुलभ नहीं हो रही हैं।
वाणिज्य संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद शांता कुमार ने फार्मा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचारों के आदान-प्रदान के लिए आमिर खान को आमंत्रित किया था।
शांता कुमार ने कहा, आमिर खान ने अपने कार्यक्रम ‘सत्यमेव जयते’ में चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं को उठाया। गरीबों को दवा नहीं सुलभ होने के विषय पर भी उन्होंने देश का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि इसी संदर्भ में हमने आमिर को संसद की स्थायी समिति के समक्ष अपनी टीम के साथ आने और विचार साझा करने के लिए आमंत्रित किया।
गौरतलब है कि 27 मई को प्रसारित ‘सत्यमेव जयते’ कार्यक्रम में आमिर खान ने चिकित्सा क्षेत्र में कदाचार के विषय को उठाया था। इसमें जीवन रक्षक दवाओं की काफी अधिक कीमतें होने के कारण उन तक गरीबों की पहुंच नहीं होने पर चिंता जताई गई थी।
शांता कुमार ने कहा कि फार्मा क्षेत्र में विदेशी कंपनियों का प्रभुत्व बढ़ रहा है, ऐसे में नीतियों में बदलाव की कवायद जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के फार्मा क्षेत्र में प्रभाव बढ़ने से दवाइयों की कीमतों में काफी वृद्धि हो रही है और गरीबों को रोगों के उपचार के लिए सस्ती दवाएं सुलभ नहीं हो रही हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
Satyamev Jayate, Aamir Khan, Malpractices In The Medical Sector, Indian Medical Association, सत्यमेव जयते, आमिर खान, चिकित्सा सेवा में धांधली, डॉक्टरी पेशे में गड़बड़ी, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन