
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
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आप के उम्मीदवार रतन सिंह को शाहकोट से सिर्फ 1,900 वोट ही मिले
इस सीट पर 20 सालों से शिरोमणि अकाली दल का कब्जा था
कांग्रेस ने शाहकोट विधानसभा सीट पर 38,800 वोटों से जीती
अरविंद केजरीवाल का PM मोदी पर तंज, बोले- लोग मनमोहन जैसे ‘शिक्षित प्रधानमंत्री’ को मिस कर रहे हैं
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर ऐतिहासिल जीत हासिल की थी. इसके बाद दिल्ली नगर निगम चुनाव में उतरी आम आदमी पार्टी के 40 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. ये सिलसिला यही नहीं थमा. इसके बाद पार्टी ने दिल्ली और पंजाब से बाहर पांव पसारने की कोशिश की, जिसमें पार्टी को करार झटका लगा. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने 29 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा और उसके सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी.

उपचुनाव में 2 सीटें गंवाने के बाद जानिये अब लोकसभा में BJP की क्या है स्थिति ?
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने उपचुनाव परिणाम को पंजाब में पार्टी के लिये उम्मीद से बिल्कुल विपरीत बताते हुये हार की समीक्षा करने की बात कही. सिंह ने कहा ‘‘पंजाब में निश्चित रूप से आप के लिये चुनाव परिणाम उम्मीद के विपरीत रहा. हमने अंतिम समय में चुनाव लड़ने का फैसला किया था. पार्टी हार की समीक्षा करेगी.’’ उल्लेखनीय है कि पंजाब में शाहकोट विधानसभा सीट के उपचुनाव में आप उम्मीदवार रतन सिंह कक्कर कलां को महज 1900 वोट मिले. उत्तर प्रदेश और बिहार सहित अन्य राज्यों में भाजपा की हार को भविष्य की राजनीति के लिये अहम संकेत बताते हुये सिंह ने कहा ‘‘कैराना, नूरपुर और अन्य सीटों के उपचुनाव परिणाम इस बात का साफ़ संकेत है कि भाजपा की वापसी का वक़्त आ गया है. मोदी जी को समझना चाहिये की जनता के दम पर सरकार चलती है तोतों के दम पर नहीं.’’ VIDEO: क्या ये उपचुनाव मोदी सरकार के ख़िलाफ़ लहर के संकेत?
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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