संदीप कुमार की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के लिए भारी शर्मिंदगी की वजह बना सेक्स टेप आखिर आया कहां से था?
बुधवार को समाचार चैनलों को सीडी की कई कॉपियां भेजी गईं. इस सीडी में कथित रूप से दिल्ली के महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री संदीप कुमार की दो महिलाओं के साथ नौ मिनट का एक 'आपत्तिजनक वीडियो और कुछ तस्वीरें' थीं.
ऐसे ही एक चैनल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह सीडी भेजी, जिसके बाद उन्होंने मंत्री संदीप कुमार को बर्खास्त करने की ट्विटर पर घोषणा कर दी. आम आदमी पार्टी का कहना है कि सीडी मिलने के आधे घंटे के अंदर ही केजरीवाल ने कुमार के खिलाफ यह कार्रवाई की.
ऐसी ही एक सीडी ओम प्रकाश नाम के एक शख्स को भी मिली, जो कि खुद को कांग्रेस का सदस्य बताते हैं. उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि एक व्यक्ति ने उन्हें यह सीडी दी, जिसे वह पहचानते नहीं. ओम प्रकाश कहते हैं, 'जब मैंने उस व्यक्ति से पूछा कि वह अरविंद केजरीवाल की जगह मुझे सीडी क्यों दे रहे हैं, तब उसने कहा कि 15 दिन पहले ही उसने मुख्यमंत्री को यह सीडी दी थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.'
उन्होंने बताया कि उन्होंने यह सीडी उपराज्यपाल के ऑफिस को दे दी, हालांकि वहां से अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस आरोप से इनकार करते हैं कि केजरीवाल को इस वीडियो के बारे 15 दिन पहले से पता था.
ओम प्रकाश पूर्व कांग्रेस विधायक जयकिशन के लिए काम करते हैं, जिन्हें दिल्ली की सुल्तानपुर माजरा सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में संदीप कुमार ने हराया था. वहीं 36 वर्षीय संदीप कुमार इस बात से इनकार करते हैं कि वीडियो और तस्वीरों में दिख रहा व्यक्ति वह हैं और इस मामले में जांच की मांग की है. उन्होंने खुद को फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'दलित होने की वजह से मुझे निशाना बनाया जा रहा है.'
दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां संदीप कुमार के खिलाफ कार्रवाई को 'डैमेज कंट्रोल' बता रहें हैं. इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और सीएम केजरीवाल का इस्तीफा मांगा. वहीं पूर्व आप नेता योगेंद्र यादव का आरोप है कि केजरीवाल तभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, जब वह उन पर लगे आरोप नकार नहीं सकते. इसके साथ ही वह कहते हैं, 'यह नैतिक ईमानदारी नहीं, बल्कि डैमेज कंट्रोल वाला कदम है.'
बुधवार को समाचार चैनलों को सीडी की कई कॉपियां भेजी गईं. इस सीडी में कथित रूप से दिल्ली के महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री संदीप कुमार की दो महिलाओं के साथ नौ मिनट का एक 'आपत्तिजनक वीडियो और कुछ तस्वीरें' थीं.
ऐसे ही एक चैनल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह सीडी भेजी, जिसके बाद उन्होंने मंत्री संदीप कुमार को बर्खास्त करने की ट्विटर पर घोषणा कर दी. आम आदमी पार्टी का कहना है कि सीडी मिलने के आधे घंटे के अंदर ही केजरीवाल ने कुमार के खिलाफ यह कार्रवाई की.
ऐसी ही एक सीडी ओम प्रकाश नाम के एक शख्स को भी मिली, जो कि खुद को कांग्रेस का सदस्य बताते हैं. उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि एक व्यक्ति ने उन्हें यह सीडी दी, जिसे वह पहचानते नहीं. ओम प्रकाश कहते हैं, 'जब मैंने उस व्यक्ति से पूछा कि वह अरविंद केजरीवाल की जगह मुझे सीडी क्यों दे रहे हैं, तब उसने कहा कि 15 दिन पहले ही उसने मुख्यमंत्री को यह सीडी दी थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.'
उन्होंने बताया कि उन्होंने यह सीडी उपराज्यपाल के ऑफिस को दे दी, हालांकि वहां से अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस आरोप से इनकार करते हैं कि केजरीवाल को इस वीडियो के बारे 15 दिन पहले से पता था.
ओम प्रकाश पूर्व कांग्रेस विधायक जयकिशन के लिए काम करते हैं, जिन्हें दिल्ली की सुल्तानपुर माजरा सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में संदीप कुमार ने हराया था. वहीं 36 वर्षीय संदीप कुमार इस बात से इनकार करते हैं कि वीडियो और तस्वीरों में दिख रहा व्यक्ति वह हैं और इस मामले में जांच की मांग की है. उन्होंने खुद को फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'दलित होने की वजह से मुझे निशाना बनाया जा रहा है.'
दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां संदीप कुमार के खिलाफ कार्रवाई को 'डैमेज कंट्रोल' बता रहें हैं. इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और सीएम केजरीवाल का इस्तीफा मांगा. वहीं पूर्व आप नेता योगेंद्र यादव का आरोप है कि केजरीवाल तभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, जब वह उन पर लगे आरोप नकार नहीं सकते. इसके साथ ही वह कहते हैं, 'यह नैतिक ईमानदारी नहीं, बल्कि डैमेज कंट्रोल वाला कदम है.'
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