अमेठी:
पंजाब का उदाहरण देते हुए, जहां लंबे वक्त तक उग्रवाद के बाद शांति बहाल हुई, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि भारत में ‘बहुत गुस्सा’ है, जिसे कम किया जाना चाहिए और देश को सभी वर्गों को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए।
कांग्रेस नेता ने यहां देश के विभिन्न भागों में शांति बहाल करने में अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ‘भारत एक विचारधारा है, युवा इसे बनाता है, आप इसे बनाते हैं। हमें सबको साथ लेना होगा और आगे बढ़ना होगा।’
उन्होंने बताया कि कैसे एक खालिस्तान समर्थक, जो एक विधायक भी हैं, ने पंजाब में आतंकवाद का खात्मा होने के बाद जब शांति लौटी तो राजनीतिक मुख्यधारा में जगह बनाई।
त्रिशुंडी में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केन्द्र की आधारशिला रखे जाने के मौके पर आयोजित एक समारोह में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि सीआरपीएफ की मौजूदगी में लौटी शांति और कांग्रेस तथा अकाली दल द्वारा उन्हें राजनीतिक व्यवस्था में जगह दिए जाने के कारण खालिस्तान समर्थक का गुस्सा शांत हुआ और वह राजनीतिक मुख्यधारा से जुड़ गए।
राहुल ने कहा, ‘देश में बहुत गुस्सा है। इसे नीचे लाना होगा, जैसा पंजाब में किया गया है।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि सीआरपीएफ ने पंजाब में हालात सामान्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने इस बात पर खेद प्रकट किया कि सीआरपीएफ के केवल 30-40 प्रतिशत कर्मियों को ही आवास सुविधा मिल पाती है। उन्होंने कहा कि जवान कहते हैं कि उन्हें अपने देश के लिए लड़ने से डर नहीं लगता, पर वह अपने परिवार की समस्याओं से लड़ने से डरते हैं।
राहुल ने कहा कि इस बल के जवान दो मोचरें पर लड़ रहे हैं-उग्रवादियों से और अपने परिवार के लिए।
उन्होंने कहा, ‘मैं शिंदेजी से कहना चाहता हूं कि जवानों के परिवारों के लिए जो कुछ किया जा सकता है, किया जाना चाहिए।’ अप्रैल 2010 में छत्तीसगढ़ में नक्सल हमले में मारे गए सीआरपीएफ के जवान राजीव कुमार यादव की पत्नी कंचन और विनोद कुमार यादव की पत्नी सावित्री देवी को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया।
कांग्रेस नेता ने यहां देश के विभिन्न भागों में शांति बहाल करने में अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ‘भारत एक विचारधारा है, युवा इसे बनाता है, आप इसे बनाते हैं। हमें सबको साथ लेना होगा और आगे बढ़ना होगा।’
उन्होंने बताया कि कैसे एक खालिस्तान समर्थक, जो एक विधायक भी हैं, ने पंजाब में आतंकवाद का खात्मा होने के बाद जब शांति लौटी तो राजनीतिक मुख्यधारा में जगह बनाई।
त्रिशुंडी में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केन्द्र की आधारशिला रखे जाने के मौके पर आयोजित एक समारोह में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि सीआरपीएफ की मौजूदगी में लौटी शांति और कांग्रेस तथा अकाली दल द्वारा उन्हें राजनीतिक व्यवस्था में जगह दिए जाने के कारण खालिस्तान समर्थक का गुस्सा शांत हुआ और वह राजनीतिक मुख्यधारा से जुड़ गए।
राहुल ने कहा, ‘देश में बहुत गुस्सा है। इसे नीचे लाना होगा, जैसा पंजाब में किया गया है।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि सीआरपीएफ ने पंजाब में हालात सामान्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने इस बात पर खेद प्रकट किया कि सीआरपीएफ के केवल 30-40 प्रतिशत कर्मियों को ही आवास सुविधा मिल पाती है। उन्होंने कहा कि जवान कहते हैं कि उन्हें अपने देश के लिए लड़ने से डर नहीं लगता, पर वह अपने परिवार की समस्याओं से लड़ने से डरते हैं।
राहुल ने कहा कि इस बल के जवान दो मोचरें पर लड़ रहे हैं-उग्रवादियों से और अपने परिवार के लिए।
उन्होंने कहा, ‘मैं शिंदेजी से कहना चाहता हूं कि जवानों के परिवारों के लिए जो कुछ किया जा सकता है, किया जाना चाहिए।’ अप्रैल 2010 में छत्तीसगढ़ में नक्सल हमले में मारे गए सीआरपीएफ के जवान राजीव कुमार यादव की पत्नी कंचन और विनोद कुमार यादव की पत्नी सावित्री देवी को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया।
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