
आम आदमी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं हो रही हैं। एक और वॉलेंटियर ने पार्टी के लिए डिजाइन किए गए सॉफ्टवेयर का इस्तेमान नहीं करने की मांग की है।
कुंदन शर्मा कहते हैं कि अरविन्द केजरीवाल उनके द्वारा दान में दी हुई वैगन आर कार वापस करें, लखनऊ में रहने वाले सुनील लाल 'आप' पार्टी में वॉलेंटियर्स की हो रही अनदेखी से काफ़ी आहात हैं। उनका कहना है कि उन्होंने 'आप' पार्टी का लोगो डिज़ाइन किया और वो उनकी बौद्धिक सम्पदा है इसलिए वो नहीं चाहते हैं कि 'आप' उनके बनाए हुए लोगो का इस्तेमाल करे।
अब लंदन में रहने वाले रवि वर्मा अपनी फेसबुक वाल पर लिख रहे हैं कि आम आदमी पार्टी कि अंतर्कलह से वो काफ़ी दुखी हैं, जो योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण के साथ हुआ वो बिलकुल गलत है इसलिए जब तक ये मसला सुलझ नहीं जाता तब तक उनके द्वारा डिज़ाइन की गई 'डोनेशन सर्टिफिकेट तकनीक' का इस्तेमाल न किया जाए।
रवि कि मानें तो इस तकनीक की मदद से अब तक 110000 सर्टिफिकेट बांटे जा चुके हैं, उनका कहना है कि उन्होंने 'वॉइस ऑफ़ आप' नाम की एक ऐप डिज़ाइन की थी जिसकी पहुंच अब तक 85 लाख लोगों तक है। इसके तकरीबन 13,40,000 FB पोस्ट्स हैं और 18,30,000 से भी ज़्यादा री ट्वीट्स हैं, ऐसी कई और तकनीक है जिसका इस्तेमाल 'आप' पार्टी कर रही है जो उनके द्वारा डिज़ाइन की गयी हैं।
रवि कहते हैं कि उनके पास अभी भी इन सभी डिजाइंस का मालिकाना हक़ है और वो इनके इस्तेमाल को रोक सकते हैं। रवि लन्दन में रहते हैं और एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी में काम करते हैं। रवि 2013 से आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने 'आप' के लिए काफी चंदा भी दिया है और इकठ्ठा भी किया है। वो पैसा तो वापस नहीं चाहते हैं पर वो साफ़ करते हैं कि वो 'आप' की विचारधारा से जुड़े थे न कि सचिवालय में बैठे नेताओं से।
रोज़ न जाने कितने ही आप वॉलेंटियर्स पार्टी से नाराज़ होकर लिख रहे हैं, जिनके पास वापस मांगने के लिए कुछ है वो उसे आम आदमी पार्टी से वापस चाहते हैं। खैर आप पार्टी अपने वॉलेंटियर्स को जवाब दे न दे पर दिल्ली की जनता से किये गए वादों हिसाब देर सवेर उन्हें ज़रूर देना पड़ेगा।
उधर आम आदमी पार्टी का कहना है कि वो खुद सोशल मीडिया पर ऐक्टिव हैं और फेसबुक और ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म पर वो पहले से मौजूद है और वो अपनी चीजें इस्तेमाल करते हैं। साथ ही पार्टी ने ये भी कहा है कि जिसे जो भी वापस लेना हो वो ले सकता है।
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