श्रीनगर:
श्रीनगर में आतंकवादी हमले में आठ जवानों के शहीद होने के एक दिन बाद, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट खड़ा है और वे (आतंकवादी) अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे।
सिंह ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ यहां 850 मेगावाट रैटल बिजली परियोजना का उदघाटन करने के बाद अपने भाषण में कहा, मैं आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश आतंकवादियों के खिलाफ एकजुट खड़ा है और आतंकवादी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि विकास के लिए सुरक्षा पहले से आवश्यक होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के हमले इस राज्य में अमन और शांति लाने के प्रयासों को रोक नहीं सकेंगे। सोनिया ने भी आतंकवादी हमले में जवानों के शहीद होने पर शोक जताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा विश्लेषण है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है। वर्ष 2012 में आतंकवादी संबंधी हिंसा में काफी कमी आई है और यह पिछले दो दशकों में सबसे कम रही है। हालांकि सिंह ने कहा कि हैदरपुरा में सोमवार को हुई घटना जैसे हमलों को रोकने के लिए निरंतर रूप से कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है।
किश्तवाड़ में आयोजित रैली में सोनिया गांधी ने श्रीनगर में हुए हमले की निंदा की। साथ ही उत्तराखंड में आई बाढ़ में मारे गए लोगों को अपनी श्रद्धांजलि दी। पीएम और सोनिया गांधी कश्मीर में काजीगुंड और जम्मू के बनिहाल के बीच रेल सेवा का शुभारंभ किया। सर्दियों में भारी बर्फबारी की वजह से इस इलाके का संपर्क देश के दूसरे हिस्सों से कट जाता था। सोनिया ने कहा कि इससे राज्य में पयर्टन को काफी बढ़ावा मिलेगा।
बिजली के संबंध में प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र बिजली की कमी को दूर करने के लिए जम्मू कश्मीर को हरसंभव मदद देगा। उन्होंने इस संबंध में उत्तरी ग्रिड से 150 मेगावाट की अतिरिक्त आपूर्ति सहित कई प्रयासों की घोषणा की।
सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर उत्तरी ग्रिड से 1664 मेगावाट बिजली ले रहा है, जो इस राज्य की जरूरतों के लिए पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा, मैं बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य के लिए 150 अतिरिक्त मेगावाट की घोषणा करता हूं। मुझे आशा है कि बारामूला में उरी परियोजना जैसी अन्य परियोजनाएं जल्द पूरी होंगी और राज्य को इससे बिजली मिलेगी। सिंह ने कहा कि श्रीनगर और लेह के बीच 1629 करोड़ रुपये की लागत की पारेषण लाइन बिछाई जा रही है, जो पूरे वर्ष लददाख क्षेत्र में लोगों की बिजली की जरूरतों को पूरा करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पनबिजली विद्युत निगम ने बिजली परियोजनाओं में काम के लिए युवाओं के प्रशिक्षण के लिए पांच आईटीआई को लिया है और दो अन्य को भी लेने की योजना है। उन्होंने कहा कि बिजली ग्रिड निगम गंदेरबल जिले के कंगन में एक प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित करेगा।
सिंह ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ यहां 850 मेगावाट रैटल बिजली परियोजना का उदघाटन करने के बाद अपने भाषण में कहा, मैं आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश आतंकवादियों के खिलाफ एकजुट खड़ा है और आतंकवादी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि विकास के लिए सुरक्षा पहले से आवश्यक होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के हमले इस राज्य में अमन और शांति लाने के प्रयासों को रोक नहीं सकेंगे। सोनिया ने भी आतंकवादी हमले में जवानों के शहीद होने पर शोक जताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा विश्लेषण है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है। वर्ष 2012 में आतंकवादी संबंधी हिंसा में काफी कमी आई है और यह पिछले दो दशकों में सबसे कम रही है। हालांकि सिंह ने कहा कि हैदरपुरा में सोमवार को हुई घटना जैसे हमलों को रोकने के लिए निरंतर रूप से कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है।
किश्तवाड़ में आयोजित रैली में सोनिया गांधी ने श्रीनगर में हुए हमले की निंदा की। साथ ही उत्तराखंड में आई बाढ़ में मारे गए लोगों को अपनी श्रद्धांजलि दी। पीएम और सोनिया गांधी कश्मीर में काजीगुंड और जम्मू के बनिहाल के बीच रेल सेवा का शुभारंभ किया। सर्दियों में भारी बर्फबारी की वजह से इस इलाके का संपर्क देश के दूसरे हिस्सों से कट जाता था। सोनिया ने कहा कि इससे राज्य में पयर्टन को काफी बढ़ावा मिलेगा।
बिजली के संबंध में प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र बिजली की कमी को दूर करने के लिए जम्मू कश्मीर को हरसंभव मदद देगा। उन्होंने इस संबंध में उत्तरी ग्रिड से 150 मेगावाट की अतिरिक्त आपूर्ति सहित कई प्रयासों की घोषणा की।
सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर उत्तरी ग्रिड से 1664 मेगावाट बिजली ले रहा है, जो इस राज्य की जरूरतों के लिए पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा, मैं बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य के लिए 150 अतिरिक्त मेगावाट की घोषणा करता हूं। मुझे आशा है कि बारामूला में उरी परियोजना जैसी अन्य परियोजनाएं जल्द पूरी होंगी और राज्य को इससे बिजली मिलेगी। सिंह ने कहा कि श्रीनगर और लेह के बीच 1629 करोड़ रुपये की लागत की पारेषण लाइन बिछाई जा रही है, जो पूरे वर्ष लददाख क्षेत्र में लोगों की बिजली की जरूरतों को पूरा करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पनबिजली विद्युत निगम ने बिजली परियोजनाओं में काम के लिए युवाओं के प्रशिक्षण के लिए पांच आईटीआई को लिया है और दो अन्य को भी लेने की योजना है। उन्होंने कहा कि बिजली ग्रिड निगम गंदेरबल जिले के कंगन में एक प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित करेगा।
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