प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहली बार केंद्र की सत्ता संभालने के बाद से अब तक जम्मू और कश्मीर में कुल 963 आतकी मारे गए हैं. जबकि इसी दौरान इन आतंकवादियों से निपटने की कार्रवाई में 413 सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई है. यह जानकारी गृह मंत्रालय की ओर से संसद में एक लिखित जवाब में दी गई है.
सरकार ने अपने जवाब में यह भी बताया कि इस साल सीमा पार से होने वाली घुसपैठ की घटनाओं में पिछले साल की तुलना में 43 प्रतिशत की कमी आई है. ज़ाहिर है सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय सुरक्षा बल पाकिस्तान के आतंकवादी ढांचे पर कारगर दबाव डालने में कामयाब रहे हैं.
इससे पहले सोमवार को गृह राज्यमंत्री श्रीपाद नायक ने बताया था कि 2018 में कश्मीर में छोटे बड़े कुल 318 आतंकी हमले हुए. जबकि 2017 में यह संख्या 131 थी.
साफ है एक तरफ बड़ी तादाद में जम्मू कश्मीर में आतंकी ढेर किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ इस ऑपरेशन में शहीद होने वाले जवानों की संख्या भी बढ़ रही है.