
गृहमंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)
चंदीगढ़:
उत्तर प्रदेश की एक जेल में उम्र कैद की सज़ा काट रहा 70 साल के सिख आतंकवादी को जल्द ही रिहा किया जा सकता है। 25 साल से जेल में बंद वरियाम सिंह के अच्छे बर्ताव को देखते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी रिहाई को मंज़ूरी दे दी है।
बता दें कि अलग देश खालिस्तान की मांग करने वाले आंदोलन में वरियाम सिंह और उसके जैसे कई लोगों को 90 के दशक में जेल में डाल दिया गया था। सिख समुदाय लंबे समय से पंजाब शासित अकाली दल पार्टी पर आरोप लगा रही है कि वह अपने सहयोगी दल भाजपा को इन आतंकियों की रिहाई के लिए मना नहीं पा रही है।
फिलहाल वरियाम सिंह, उत्तर प्रदेश के बरेली के जेल में बंद हैं। 1990 में गिरफ्तारी के पांच साल बाद उसे टाडा के तहत अपराधी घोषित कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय ने इस बात की तरफ ध्यान दिया कि 25 साल तक वरियाम एक बार भी परोल पर नहीं रहे और उसका रिकॉर्ड भी एकदम साफ रहा।
उत्तर प्रदेश की सिफारिश
उसकी रिहाई की सिफारिश उत्तर प्रदेश सरकार ने भी की थी जिसमें वरियाम की उम्र का तकाज़ा दिया गया था। सिख संगठन ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाक़ात करके वरियाम की रिहाई के बारे में बात की थी। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जन्मे वरियाम सिंह उन 13 सिख कैदियों में से एक है जिनकी रिहाई की मांग पंजाब सरकार कर रही है।
अगर वरियाम रिहा हो जाता है तो पंजाब की अकाली दल -भाजपा गठबंधन सरकार के लिए यह एक अच्छा संकेत होगा। वहीं इस फैसले से बाकी की जेलों में बंद आतंकियों की रिहाई की मांग भी उठ सकती है। ऐसे करीब 100 लोग देश की अलग अलग जेलों में बंद हैं। उम्र कैद काट रहे ऐसे कैदियों की रिहाई के लिए पूर्व आतंकी बाबा सूरत सिंह उपवास पर है।
बता दें कि अलग देश खालिस्तान की मांग करने वाले आंदोलन में वरियाम सिंह और उसके जैसे कई लोगों को 90 के दशक में जेल में डाल दिया गया था। सिख समुदाय लंबे समय से पंजाब शासित अकाली दल पार्टी पर आरोप लगा रही है कि वह अपने सहयोगी दल भाजपा को इन आतंकियों की रिहाई के लिए मना नहीं पा रही है।
फिलहाल वरियाम सिंह, उत्तर प्रदेश के बरेली के जेल में बंद हैं। 1990 में गिरफ्तारी के पांच साल बाद उसे टाडा के तहत अपराधी घोषित कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय ने इस बात की तरफ ध्यान दिया कि 25 साल तक वरियाम एक बार भी परोल पर नहीं रहे और उसका रिकॉर्ड भी एकदम साफ रहा।
उत्तर प्रदेश की सिफारिश
उसकी रिहाई की सिफारिश उत्तर प्रदेश सरकार ने भी की थी जिसमें वरियाम की उम्र का तकाज़ा दिया गया था। सिख संगठन ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाक़ात करके वरियाम की रिहाई के बारे में बात की थी। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जन्मे वरियाम सिंह उन 13 सिख कैदियों में से एक है जिनकी रिहाई की मांग पंजाब सरकार कर रही है।
अगर वरियाम रिहा हो जाता है तो पंजाब की अकाली दल -भाजपा गठबंधन सरकार के लिए यह एक अच्छा संकेत होगा। वहीं इस फैसले से बाकी की जेलों में बंद आतंकियों की रिहाई की मांग भी उठ सकती है। ऐसे करीब 100 लोग देश की अलग अलग जेलों में बंद हैं। उम्र कैद काट रहे ऐसे कैदियों की रिहाई के लिए पूर्व आतंकी बाबा सूरत सिंह उपवास पर है।
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