यह ख़बर 24 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

असम में उग्रवादियों के हमलों में 68 लोगों की मौत,आदिवासियों का फूटा गुस्सा

गुवाहाटी:

असम के सोनितपुर और कोकराझार जिलों में एनडीएफबी-एस धड़े के संदिग्ध बोडो उग्रवादियों द्वारा किए गए हमलों में मृतकों की संख्या आज 68 तक पहुंच गई है और केंद्र ने अतिरिक्त बलों को राज्य के लिए रवाना कर दिया है।  गुस्साए आदिवासियों ने आज बोडो कार्यकर्ताओं के घरों में आग लगा दी और विरोध मार्च निकाला।

सोनितपुर की पुलिस अधीक्षक संयुक्ता पाराशर ने बताया कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंड ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के सोंगबिजित धड़े से जुड़े और भारी हथियारों से लैस उग्रवादियों द्वारा ‘आदिवासियों’ पर किए गए हमले में मैईतालु में 30 और कोकराझार जिले के जंगल में छह लोग मारे गए।

कोकराझार के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने कहा कि कोकराझार में पाखिरीगुरी में पांच लोग और 12 अन्य लोग इसी जिले के उल्टापानी में मारे गए।

असम पुलिस के प्रवक्ता राजीव सैकिया ने बताया कि सोनितपुर जिले के चार पुलिस थानों के तहत आने वाले क्षेत्रों में बीती रात से कर्फ्यू लगा है, जिस स्थान पर यह घटनाएं हुई हैं, वह असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय सीमा के काफी करीब पड़ता है।

आज दिन में असम का दौरा करने जा रहे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने उन्हें हालात की जानकारी दी है और केंद्र द्वारा जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, मैं आज असम जाऊंगा और हालात की समीक्षा करूंगा, जो भी जरूरी कार्रवाई होगी, हम करेंगे। गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने बताया कि केंद्र असम की अपील पर केंद्रीय बलों की 50 कंपनियां (पांच हजार जवान) भेज रहा है।

उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस प्रकार की हिंसा हुई जबकि हम पहले ही यह संदेश दे चुके हैं कि हिंसा और विकास साथ-साथ नहीं चल सकते। मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ मंत्रियों नीलमणि सेन डेका और बसंत दास को कोकराझार तथा राकीबुल हुसैन, पृथ्वी माझी तथा तंका बहादुर राय को सोनितपुर जिले का दौरा करने का निर्देश दिया है।

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मुख्यमंत्री ने बताया कि सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि हिंसा अन्य इलाकों में नहीं फैले और किसी भी प्रतिघात को होने से रोका जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे कायराना हरकत बताते हुए निर्दोष लोगों की हत्याओं की कड़ी निंदा की थी और गोगोई से बात भी की थी। प्रधानमंत्री ने बीती रात ट्वीट किया था, हमारी संवेदना मृतकों के परिजनों के साथ है। दिल्ली में कैबिनेट ने आज असम में आदिवासियों पर किए गए इस ‘कायराना’ हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।