PM मोदी की नवनिर्वाचित राज्‍यसभा सांसदों को नसीहत, 'नीतिगत मामलों में अपने को अपडेट रखें'

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. कोरोना वायरस महामारी के कारण अंतर सत्र के दौरान शपथ ग्रहण समारोह राज्यसभा के चैम्बर में आयोजित किया गया.

PM मोदी की नवनिर्वाचित राज्‍यसभा सांसदों को नसीहत, 'नीतिगत मामलों में अपने को अपडेट रखें'

पीएम ने उम्‍मीद जताई, नवनिर्वाचित सांसद संसदीय कार्यवाही में प्रभावी योगदान देंगे

नई दिल्‍ली:

उच्‍च सदन यानी राज्‍यसभा (Rajya Sabha) के लिए चुने गए सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को हुआ. इस दौरान नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ग्रहण ली. जिन सांसदों ने शपथ ली उनमें हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी की शरण में आए ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया शामिल थे. बुधवार को शपथ लेने वाले सांसदों में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और एनसीपी नेता शरद पवार भी शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi )ने एक ट्वीट किया और इन नवनिर्वाचित सांसदों जनसेवा को लेकर विचारों को सराहा. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा-नव निर्वाचित राज्‍यसभा सांसदों के साथ अच्‍छी बातचीत हुई. जन सेवा के प्रति उनके विचारों और जुनून को सुनना अद्भुत अनुभव रहा. सांसदों का यह समूह निश्चित रूप से संसदीय कार्यवाही में प्रभावी योगदान देगा.पीएम ने नए सांसदों को अपने को नीतिगत मामलों में अपडेट रखने की भी नसीहत दी.

गौरतलब है कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. कोरोना वायरस महामारी के कारण अंतर सत्र के दौरान शपथ ग्रहण समारोह राज्यसभा के चैम्बर में आयोजित किया गया.

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इस अवसर पर उपराष्ट्रपति एवं उच्च सदन के सभापति नायडू ने कहा, ‘‘देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ है. अपने दायित्व के निर्वहन में आप सुनिश्चित करें कि सदन में आपका आचरण नियमों के अनुकूल हो, स्थापित मानदंडों के अनुरूप हो और सदन के बाहर आपका आचरण नैतिकता के मानदंडों के अनुसार हो.'' उन्होंने कहा कि तत्काल लाभ के लिए सदन में बाधा-व्यवधान डालने के प्रलोभन में न पड़ें बल्कि जनता की दृष्टि में इस सदन का सम्मान बढ़ाने के प्रति सदैव सचेत रहें. कानून का शासन लागू हो यही देश का विधान है और इसकी शुरुआत आप ही से होती है, जब आप सदन के नियमों और प्रथाओं का पालन करते हैं. शपथ ग्रहण करने वाले सदस्यों में 36 सदस्य ऐसे हैं जिन्‍होंने पहली सभा के सदस्य के रूप में शपथ ली. (भाषा से भी इनपुट)