नई दि्ल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी में पांच वर्षीय एक बच्ची के साथ बर्बरतापूर्ण बलात्कार करने के दूसरे आरोपी प्रदीप कुमार को दिल्ली और बिहार पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर सोमवार तड़के लखीसराय जिले के बरहिया से उसके मौसा के घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने स्थानीय कोर्ट में आरोपी को पेश किया जिसके बाद तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी को दिल्ली लाया जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि अगर पहले आरोपी मनोज की बातों में सत्यता पाई जाती है तो दोनों पर गैंगरेप की धाराएं भी लगाई जाएंगी।
एम्स में भर्ती पांच साल की रेप पीड़िता की हालत लगातार बेहतर हो रही है। बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची की सेहत में पहले से काफी सुधार आया है। उसके जख्म अब भर रहे हैं। उसे हल्का खाना दिया जा रहा है। अगर बच्ची की हालत में ऐसे ही सुधार आता रहा तो उसे अगले दो हफ्तों में अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। बच्ची को दयानंद अस्पताल से बेहद नाजुक हालत में एम्स लाया गया था, जहां उसकी सर्जरी की गई और कुछ समय के लिए उसे आईसीयू में भी रखा गया।
दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने बताया कि दूसरे आरोपी प्रदीप को दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस के संयुक्त अभियान में बिहार से गिरफ्तार कर लिया गया।
कुमार ने कहा, ‘‘दरभंगा अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद उसे आज दिल्ली लाया जाएगा।’’ पहले आरोपी मनोज को बिहार के मुजफ्फरपुर से शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उसने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया था कि इस अपराध में उसका एक दोस्त भी शामिल था।
दूसरी तरफ, इस मामले पर गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि ज्वाइंट कमिश्नर विजिलेंस को मामले की जांच में हुई खामियों का पता लगाने के लिए कहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ज्वाइंट कमिश्नर विजिलेंस इस आरोप की भी जांच करेंगे कि स्थानीय पुलिस ने पीड़ित बच्ची के पिता को चुप रहने के लिए पैसे दिए।
बच्ची से गत 15 अप्रैल को पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर स्थित एक मकान में बलात्कार किया गया था। पीड़ित बच्ची का परिवार और आरोपी मनोज इसी मकान में रहा करते थे। बच्ची को उसके लापता होने के 40 घंटे बाद 17 अप्रैल को बरामद किया गया था।
बच्ची को मरा हुआ समझकर मनोज घर से भाग गया था।
बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि बच्ची से बलात्कार के दूसरे आरोपी प्रदीप कुमार को बरहिया थाना क्षेत्र से तड़के 12.30 बजे गिरफ्तार किया गया।
लखीसराय के पुलिस उपाधीक्षक सुबोध विश्वास के अनुसार आरोपी प्रदीप (25) को बरहिया थाना अंतर्गत लोहिया चौक के पास स्थित एक पेट्रोल पंप के पास स्थित उसके मौसा हरेराम सिंह के घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी शेखपुरा जिले का निवासी है। जांचकर्ताओं ने प्रदीप की गिरफ्तारी को लेकर रविवार को अभियान छेड़ दिया था।
बच्ची से बलात्कार की घटना को लेकर लोगों में भारी रोष है और दिल्ली पुलिस आयुक्त को हटाए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं।
गत शनिवार को दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने मुख्य आरोपी मनोज कुमार साह को मुजफ्फरपुर जिले में करजा थाना क्षेत्र में उसके ससुराल से गिरफ्तार किया था। बाद में उसे विमान से पटना से नई दिल्ली लाया गया था।
(कुछ अंश भाषा से भी)
सूत्रों का कहना है कि अगर पहले आरोपी मनोज की बातों में सत्यता पाई जाती है तो दोनों पर गैंगरेप की धाराएं भी लगाई जाएंगी।
एम्स में भर्ती पांच साल की रेप पीड़िता की हालत लगातार बेहतर हो रही है। बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची की सेहत में पहले से काफी सुधार आया है। उसके जख्म अब भर रहे हैं। उसे हल्का खाना दिया जा रहा है। अगर बच्ची की हालत में ऐसे ही सुधार आता रहा तो उसे अगले दो हफ्तों में अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। बच्ची को दयानंद अस्पताल से बेहद नाजुक हालत में एम्स लाया गया था, जहां उसकी सर्जरी की गई और कुछ समय के लिए उसे आईसीयू में भी रखा गया।
दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने बताया कि दूसरे आरोपी प्रदीप को दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस के संयुक्त अभियान में बिहार से गिरफ्तार कर लिया गया।
कुमार ने कहा, ‘‘दरभंगा अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद उसे आज दिल्ली लाया जाएगा।’’ पहले आरोपी मनोज को बिहार के मुजफ्फरपुर से शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उसने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया था कि इस अपराध में उसका एक दोस्त भी शामिल था।
दूसरी तरफ, इस मामले पर गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि ज्वाइंट कमिश्नर विजिलेंस को मामले की जांच में हुई खामियों का पता लगाने के लिए कहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ज्वाइंट कमिश्नर विजिलेंस इस आरोप की भी जांच करेंगे कि स्थानीय पुलिस ने पीड़ित बच्ची के पिता को चुप रहने के लिए पैसे दिए।
बच्ची से गत 15 अप्रैल को पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर स्थित एक मकान में बलात्कार किया गया था। पीड़ित बच्ची का परिवार और आरोपी मनोज इसी मकान में रहा करते थे। बच्ची को उसके लापता होने के 40 घंटे बाद 17 अप्रैल को बरामद किया गया था।
बच्ची को मरा हुआ समझकर मनोज घर से भाग गया था।
बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि बच्ची से बलात्कार के दूसरे आरोपी प्रदीप कुमार को बरहिया थाना क्षेत्र से तड़के 12.30 बजे गिरफ्तार किया गया।
लखीसराय के पुलिस उपाधीक्षक सुबोध विश्वास के अनुसार आरोपी प्रदीप (25) को बरहिया थाना अंतर्गत लोहिया चौक के पास स्थित एक पेट्रोल पंप के पास स्थित उसके मौसा हरेराम सिंह के घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी शेखपुरा जिले का निवासी है। जांचकर्ताओं ने प्रदीप की गिरफ्तारी को लेकर रविवार को अभियान छेड़ दिया था।
बच्ची से बलात्कार की घटना को लेकर लोगों में भारी रोष है और दिल्ली पुलिस आयुक्त को हटाए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं।
गत शनिवार को दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने मुख्य आरोपी मनोज कुमार साह को मुजफ्फरपुर जिले में करजा थाना क्षेत्र में उसके ससुराल से गिरफ्तार किया था। बाद में उसे विमान से पटना से नई दिल्ली लाया गया था।
(कुछ अंश भाषा से भी)
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