उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की एक भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanayh) से अपने पति की गिरफ्तारी पर अपील की है, जिसपर एक बातचीत का ऑडियो क्लिप बनाने का आरोप है कि लोगों को योगी आदित्यनाथ के पक्ष में ट्वीट करने पर भुगतान किया जा रहा था. जिसकी कीमत 2 रुपये प्रति पोस्ट. राज्य भाजपा के एनजीओ विंग की सह-समन्वयक और उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संस्था की सदस्य डॉ प्रीति ने ट्वीट करते हुए कहा कि मेरे पति आशीष पांडेय ने "योगी आदित्यनाथ" नाम को 4 साल जिया है. श्रद्धा, भक्ति और निष्ठा की शायद यही परीक्षा हो! योगी आदित्यनाथ से निवेदन है कि मुझे भी आपसे मिलकर मेरे पति का पक्ष रखने का मौका दिया जाये.
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मेरे पति आशीष पांडेय ने "योगी आदित्यनाथ" नाम को 4 साल जिया है.....श्रद्धा, भक्ति और निष्ठा की शायद यही परीक्षा हो!@myogiadityanathजी से निवेदन है कि मुझे भी आपसे मिलकर मेरे पति का पक्ष रखने का मौका दिया जाये।
— Dr. Preeti डॉ प्रीति (@DrPreetiverma) June 7, 2021
कानपुर पुलिस ने रविवार को आशीष पांडे को हिमांशु सैनी के साथ गिरफ्तार किया. उन पर अन्य बातों के अलावा जालसाजी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है.
पुलिस ने कहा कि आशीष पांडे सोशल मीडिया प्रबंधन में शामिल एक फर्म के साथ काम करते हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि वह राज्य सरकार और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अकाउंट को संभालने वाली टीम का हिस्सा थे. हालांकि गिरफ्तारी पर न तो सरकार और न ही सीएमओ की ओर से कोई टिप्पणी की गई है.
शिकायतकर्ता अटुक कुशवाहा, जो आशीष पांडे के पेशेवर प्रतिद्वंद्वी हैं, कथित तौर पर राज्य में कई मशहूर हस्तियों और राजनेताओं के सोशल मीडिया हैंडल चलाते हैं. उन्होंने कहा कि संबंधित ऑडियो क्लिप, जो 30 मई को सामने आई थी, उसका उद्देश्य उन्हें बदनाम करना था. 1 मिनट 10 सेकेंड की क्लिप में दो अज्ञात व्यक्तियों के बीच कथित रूप से यह दावा करते हुए बातचीत है कि लोगों को मुख्यमंत्री के पक्ष में विशिष्ट हैशटैग के साथ संदेश पोस्ट करने के लिए प्रति ट्वीट ₹ 2 का भुगतान किया जाएगा.
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इसके अलावा, क्लिप को योगी आदित्यनाथ सरकार के जाने-माने आलोचक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह द्वारा साझा किया गया था. क्लिप के साथ अपने ट्वीट में, श्री सिंह ने आरोप लगाया कि बातचीत में शामिल लोग भाजपा के एक प्रमुख नेता को जानते थे.
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