मंदिर में आतिशबाजी शो के दौरान आग लगने की घटना में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
कोल्लम (केरल):
केरल के पुत्तिंगल मंदिर परिसर में अवैध आतिशबाजी शो के दौरान आग लगने की घटना के बाद मंदिर के शीर्ष पदाधिकारियों को अब तक पता नहीं चला है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। इस हादसे में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी जबकि करीब 380 घायल हुए है। एक नागरिक ने बताया, 'मंदिर में आतिशबाजी शो बेहद लोकप्रिय है और इस देखने आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। शनिवार को भी मंदिर में इसके आसपास करीब 10 हजार से अधिक लोग जमा थे।'
पुलिस ने मंदिर पदाधिकारियों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। जब इन पदाधिकारियों से बातचीत की कोशिश की गई तो इनका मोबाइल फोन बंद आया। आतिशबाजी शो आयोजित करने वाले पिता-पुत्र सुरेंद्रन और उमेश के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इन दोनों का फिलहाल तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में इलाज चल रहा है।
मंदिर के नजदीक रह रहे एक व्यक्ति ने बताया कि पिछले वर्ष तक आतिशबाजी में दो समूहों के बीच मुकाबला होगा। इस वर्ष हालांकि इसकी इजाजत नहीं दी गई थी लेकिन शनिवार को एक पेंफलेट बांटा गया जिसमें सर्वश्रेष्ठ आतिशबाजी शो के लिए इनाम की जानकारी दी गई थी। एक अन्य शख्स ने बताया कि आतिशबाजी शो रात करीब 11 बजे प्रारंभ हुआ और तड़के चार बजे तक चलना था। हादसा आतिशबाजी शो खत्म होने के महज 30 मिनट पहले हुआ।
मंदिर के करीब रहने वालों कई लोगों ने दावा किया कि इमारत में बड़ी मात्रा में रखी आतिशबाजी में तेज आवाज के साथ आग लग गई। धमाका इतना जबरदस्त था कि कंक्रीट के टुकड़े काफी दूर तक उड़ते नजर आए। सौभाग्य से रूटीन ड्यूटी के तहत फायर टेंडर और मेडिकल टीम मंदिर परिसर में तैनात थे। जिस बिल्डिंग में आतिशबाजी रखी गई थी वह धराशायी हो गई जिसके कारण कई लोग इसके नीचे दब गए।
पुलिस ने मंदिर पदाधिकारियों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। जब इन पदाधिकारियों से बातचीत की कोशिश की गई तो इनका मोबाइल फोन बंद आया। आतिशबाजी शो आयोजित करने वाले पिता-पुत्र सुरेंद्रन और उमेश के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इन दोनों का फिलहाल तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में इलाज चल रहा है।
मंदिर के नजदीक रह रहे एक व्यक्ति ने बताया कि पिछले वर्ष तक आतिशबाजी में दो समूहों के बीच मुकाबला होगा। इस वर्ष हालांकि इसकी इजाजत नहीं दी गई थी लेकिन शनिवार को एक पेंफलेट बांटा गया जिसमें सर्वश्रेष्ठ आतिशबाजी शो के लिए इनाम की जानकारी दी गई थी। एक अन्य शख्स ने बताया कि आतिशबाजी शो रात करीब 11 बजे प्रारंभ हुआ और तड़के चार बजे तक चलना था। हादसा आतिशबाजी शो खत्म होने के महज 30 मिनट पहले हुआ।
मंदिर के करीब रहने वालों कई लोगों ने दावा किया कि इमारत में बड़ी मात्रा में रखी आतिशबाजी में तेज आवाज के साथ आग लग गई। धमाका इतना जबरदस्त था कि कंक्रीट के टुकड़े काफी दूर तक उड़ते नजर आए। सौभाग्य से रूटीन ड्यूटी के तहत फायर टेंडर और मेडिकल टीम मंदिर परिसर में तैनात थे। जिस बिल्डिंग में आतिशबाजी रखी गई थी वह धराशायी हो गई जिसके कारण कई लोग इसके नीचे दब गए।
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