कथित तौर पर आत्महत्या का प्रयास करने के 4 दिन बाद रविवार रात हैदराबाद में मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट प्रथम वर्ष की एक मेडिकल छात्रा की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि 26 वर्षीय प्रीति ने काकतीय मेडिकल कॉलेज में अपने सीनियर द्वारा कथित तौर पर परेशान किए जाने के बाद बुधवार को आत्महत्या का प्रयास किया. एमजीएम अस्पताल में रात में काम करने के बाद वह बेहोश पाई गई और गंभीर हालत में हैदराबाद ले जाया गया.
लड़की के पिता की शिकायत पर, पोस्ट-ग्रेजुएट द्वितीय वर्ष के छात्र मोहम्मद अली सैफ को पुलिस ने रैगिंग, आत्महत्या के लिए उकसाने और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया था. छात्रा के पिता नरेंद्र ने कहा कि उन्होंने सीनियर छात्र के खिलाफ कॉलेज और अस्पताल के अधिकारियों से शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
पीड़ित परिवार ने शव को निम्स, हैदराबाद से पोस्टमार्टम के लिए ले जाने और फिर अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक गांव ले जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. कई लंबाडा आदिवासी संघों ने हैदराबाद में NIMS, वारंगल में काकतीय मेडिकल कॉलेज और MGM अस्पताल के सामने भी विरोध प्रदर्शन किया. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए राष्ट्रीय आयोग ने संज्ञान लिया है.
सरकार, एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक, प्रिंसिपल और एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के प्रमुख को नोटिस जारी किया है. राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने अस्पताल में प्रीति से मुलाकात की थी और उसके परिवार के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई.
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