Menstrual Hygiene Day: हर साल 28 मई के दिन वर्ल्ड मेंस्ट्रूअल हाइजीन डे मनाया जाता है. इसके पीछे का उद्देश्य पीरियड्स में साफ-सफाई (Menstrual Hygiene) से जुड़ी जागरूकता फैलाना है. पीरियड्स या मसिक धर्म वो समय है, जो हर लड़की के जीवन में आता ही आता है. पीरियड्स (Periods) के दौरान बहते खुन को कलेक्ट करने के लिए कई तरह के ऑप्शन हैं. इसमें सैनिटरी प्रोडक्ट के जो विकल्प हैं वे कुछ ऐसे हैं टैम्पोन (Tampons), सैनिटरी नैपकिन (Sanitary Pad). लेकिन ये बहुत महंगे हो सकते हैं. और हर महीने इन पर काफी पैसा खर्च हो सकता है. आजकल महिलाएं इसके स्थाई उपाय खोज रही हैं. जिसके जवाब के तौर पर मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup) सामने आता है. मेंस्ट्रुअल कप, कप की शेप के होते हैं, जिन्हें मासिक धर्म के दौरान योनि (How to use menstrual cup) के अंदर डाला जाता है. एक मेंस्ट्रुअल कप सालों तक चल सकता है जिससे यह एक सस्ता तरीका बन जाता है. फिर भी इसे इस्तेमाल करने वाली लड़कियों की गिनती कम है. इसके पीछे वजह है मेंस्ट्रुअल कप को लेकर फैली भ्रांतिया और झूठ. चलिए आज जानते हैं पूरा सच क्या है.
मेंस्ट्रुअल कप के इस्तेमाल से जुड़े झूठ या मिथ | Myths Surrounding Menstrual Cups That Need To Be Busted
झूठ : मेंस्ट्रुअल कप योनि में फंस जाएगा.
सच : मेंस्ट्रुअल कप सिलिकोन से बने होते हैं. तो ये बेहद फ्लेक्सिबल होते हैं. योनि के अंदर फंस जाने के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. ये कप योनि के अंदर तो होते हैं, लेकिन फंस या यूट्रस तक नहीं जा सकते, क्योंकि गर्भाशय ग्रीवा का मुंह बहुत ही छोटा होता है. जिसमें कुछ भी फंस या अंदर नहीं जा सकता. दूसरा कप के नीचले हिस्से में एक लंबा सिरा होता है, जिसे पकड़ कर आप उसे आसानी से बाहर निकाल सकती हैं.
झूठ : हर बार जब आप वाशरूम यूज करेंगी, तो इसे हटाना होगा
सच : इतनी जागरूकता तो हम सभी में होनी चाहिए कि हम अपने शरीर के बारे में सही तरह से जानते हों. मूत्र त्याग का मार्ग अलग होता है और ब्लीडिंग वजाइना से होती है. और इस कप को आप वजाइना में लगाते हैं. हर बार जब वे पेशाब या मल त्याग के लिए वॉशरूम का उपयोग करते हैं तो मासिक धर्म कप को हटाने की जरूरत नहीं होती है. हां ज्यादा उम्र की महिलाएं और हेवी फ्लो का सामना करने वाली लड़कियों को थोडी सावधानी की जरूरत हो सकती है.
झूठ : मेंस्ट्रुअल कप लगाने से दर्द होता है
सच : नहीं, यह बेहद ही नर्म सिलिकोन से बना होता है. यह हार्ड नहीं है. इसे लगाने से दर्द का अहसास नहीं होता. हां, अगर आपने इसे सही तरह से इन्सर्ट नहीं किया है, तो यह असुविधा जरूर पैदा कर सकता है.
झूठ : यह वजाइना में फट जाता है
फैक्ट: नहीं. यह आम मिथक अक्सर महिलाओं को गलत कप चुनने की ओर ले जाता है जिससे उन्हें इसके उपयोग के साथ बुरे अनुभव होते हैं. अगर आप सही आकार का और सही कप का चुनाव करती हैं, तो ऐसा नहीं होता.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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