World Heart Day 2019: हार्ट अटैक का मुख्य कारण क्या है इसको लेकर लोगों की अलग-अलग राय हो सकती हैं. आजकल की गलत दिनचर्या और हानिकारक खानपान के कारण बहुत से लोग हार्ट के मरीज बन रहे हैं और नतीजा असमय आने वाला हार्ट अटैक है. लोगों को यह नहीं पता होता कि जो खाना हम खा रहे है वह हमारे अंदर बीमारियों को बढ़ा रहा है. लोग मॉडर्न जीवनशैली जीने के फेर में अपनी सेहत के साथ समझौता करने से बिल्कुल भी नहीं घबराते हैं. बाहर का खाना जैसे फास्ट-फूड, जंक फूड का सेवन, शराब का सेवन, वसा वाला भोजन करना, इसके साथ ही एक्सरसाइज (Exercise) न करना, जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस (Stress) लेना. इन सबका सीधा असर हमारे दिल पर पड़ता है. बीमारी से पहले खुद पर कंट्रोल नहीं किया जाता है लेकिन बीमारी होने पर लोग हार्ट अटैक के बाद डाइट को फॉलो कर रहे होतें हैं. ऐसे ही लोगों को जागरूक करने के लिए 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का एकमात्र कारण लोगों में दिल की बीमारियों के प्रति जागरुकता फैलाना है. किसी भी बीमारी के लक्षणों को पहले भांप लिया जाए तो उसको कंट्रोल करने में आसानी रहती है. अगर दिल की बीमारी से बचना है तो जरूरी है कि आप हार्ट अटैक के कारण और लक्षण के बारे जानें.
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World Heart Day: हार्ट अटैक आने के महीनेभर पहले इसके लक्षणों को पहचाना जा सकता है.
हार्ट अटैक के कारण (Causes Of Heart Attack)
धमनियों के भीतर प्लैक जमना (Plaque Solidification within the arteries):
धमनियों (Arteries) के भीतर धीरे धीरे प्लैक जम जाता है. प्लैक नसों को संकरा बना देता है, इससे ब्लड सर्कुलेशन होने में परेशानी आती है. यहां से हार्ट अटैक के खतरे की शुरूआत होती है.
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आर्टरी का बंद होना (Closure Of Artery):
धमनी में प्लैक जमने के बाद पीड़ित इंसान अगर दौड़ भाग वाला काम करे तो खतरा बढ़ जाता है. शरीर को ज्यादा एनर्जी देने के लिए हार्ट बहुत तेजी से धड़कने लगता है, लेकिन इस दौरान संकरी धमनी में लाल रक्त कणिकाएं (Red blood cells) जमा होने लगता है और ब्लड सर्कुलेशन बंद हो जाता है.
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ऑक्सीजन की कमी होना (Lack Of Oxygen):
बंद धमनी, हार्ट को जरूरत के हिसाब से ब्लड और ऑक्सीजन नहीं दे पाती है. बस फिर हमारा हार्ट ऑक्सीजन के लिए छटपटाने लगता है. धड़कन और तेज हो जाती है. सांस लेने में परेशानी होने लगती है.
Heart Attack: क्या है हार्ट अटैक के कारण और सावधानियां
हार्ट अटैक कभी भी अचानक आ सकता है, लेकिन कुछ लक्षण हैं, जो हार्ट अटैक के कुछ समय पहले नजर आने लगते हैं. अगर आपको भी नजर आते हैं यह 5 लक्षण तो सावधान हो जाएं.
1. सूजन: जब दिल को शरीर के सभी आंतरिक अंगों में रक्त पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, तो शिराएं फूल जाती हैं और उनमें सूजन आने की संभावना बढ़ जाती है। इसका असर खास तौर से पैर के पंजे, टखने और अन्य हिस्से में सूजन के रूप में नजर आने लगता है। इसके कभी-कभी होंठों की सतह पर नीला होना भी इसमें शामिल है.
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2. थकान होना: बगैर किसी मेहनत या काम के थकान होना भी हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है. जब हृदय धमनियां कोलेस्ट्रॉल के कारण बंद हो जाती हैं, तो हार्ट को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे जल्द ही थकान महसूस होने लगती है. ऐसी हालत में कई बार रात में अच्छी खासी नींद लेने के बाद भी आप आलस और थकान का अनुभव करते हैं.
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3. सीने में असहजता: यह दिल के दौरे के लिए लक्षणों में से एक है. सीने में होने वाली किसी भी प्रकार की असहजता आपको दिल के दौरे का लक्षण हो सकती है. खास तौर से सीने में दबाव या जलन महसूस होना.
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4. लगातार सर्दी होना: लंबे समय तक सर्दी या इससे संबंधित लक्षणों का बना रहना भी दिल के दौरे की ओर इशारा करता है. सर्दी में कफ के साथ सफेद या गुलाबी रंग का बलगम, फेफड़ों में बहने होने वाले ब्लड के कारण हो सकता है.
5 चक्कर आना: जब आपका दिल कमजोर हो जाता है, तो ऐसे में दिमाग तक आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे लगातार चक्कर आना या सिर हल्का होना जैसी समस्याएं होने लगती हैं.
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इनके अलावा सांस लेने में अगर आपको किसी प्रकार का परिवर्तन या कमी का एहसास होता है, तो यह भी दिल के दौरे का लक्षण हो सकता है. अगर आपके साथ भी ऐसा ही कुछ होता है, तो बगैर देर किए डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
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