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इन 9 बातों को गांठ बांध लें, कभी नहीं पड़ेंगे बीमार, कोसों दूर रहेंगी शारीरिक और मानसिक समस्याएं

आयुर्वेद के इन नौ अनमोल रत्नों के बारे में भारत सरकार का आयुष मंत्रालय विस्तार से जानकारी देता है, जिन्हें अपनाने मात्र से तन और मन दोनों स्वस्थ व निरोगी बने रह सकते हैं.

इन 9 बातों को गांठ बांध लें, कभी नहीं पड़ेंगे बीमार, कोसों दूर रहेंगी शारीरिक और मानसिक समस्याएं
Navratan Ke Niyam: आयुर्वेद के नवरत्न.

अनियमित दिनचर्या, गलत खानपान और अति व्यस्त लाइफ स्टाइल, शारीरिक और मानसिक समस्याओं की बड़ी वजह बनती जा रही है. हालांकि, प्राचीन काल से चले आ रहे आयुर्वेद के पास इन समस्याओं से निजात पाने का रास्ता भी है. ये समाधान 'नवरत्न' के रूप में हैं, जिन्हें 'आयुर्वेद के नवरत्न' कहा जाता है. आयुर्वेद के इन नौ अनमोल रत्नों के बारे में भारत सरकार का आयुष मंत्रालय विस्तार से जानकारी देता है, जिन्हें अपनाने मात्र से तन और मन दोनों स्वस्थ व निरोगी बने रहते हैं. ये कोई दवाएं नहीं, बल्कि रोजमर्रा की आदतें हैं.

9 बातों की बांध लें गांठ- (Tie the knot of these 9 things)

1. सबसे पहला रत्न है सुखद और पूरी नींद लेना, यही स्वास्थ्य और खुशी का सबसे बड़ा स्रोत है. 

दूसरा है रोजाना तेल से पूरे शरीर की मालिश करना, जिससे त्वचा अच्छी बनी रहती है. इससे शरीर को एनर्जी भी मिल सकती है.

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Photo Credit: Canva

3. तीसरा है नियमित व्यायाम या योग, इससे शरीर चुस्त रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रह सकती है. 

4. चौथा नियम है सुबह उठते ही दोनों नासिका में दो-दो बूंद तिल का तेल या गाय का घी डालना, जिसे नस्य कर्म कहते हैं, इससे सिर, बाल और सांस संबंधी रोग दूर रह सकते हैं.

5. पांचवां रत्न है खाना हमेशा सही समय पर और सही मात्रा में खाना, न ज्यादा न कम.

6.  छठा महत्वपूर्ण नियम है मल-मूत्र के वेग को कभी भी बलपूर्वक न रोकना. इसे रोकने से कई गंभीर बीमारियां जन्म ले सकती हैं. 

7. सातवां है दिनचर्या और ऋतुचर्या का सख्ती से पालन करना. सुबह जल्दी उठना, रात को जल्दी सोना और मौसम के अनुसार खान-पान बदलना.

8. आठवां रत्न है च्यवनप्राश, अश्वगंधा, शिलाजीत जैसी चीजों का नियमित सेवन करना, जो शरीर को एनर्जी और लंबी उम्र देते हैं. 

9. नौवां और अंतिम रत्न है मौसम के बदलाव के अनुसार आयुर्वेद में बताए गए नियमों का पालन करना. गर्मी, बरसात और सर्दी में अलग-अलग आहार और रहन-सहन अपनाना.

आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि इन नौ बातों को गांठ बांध लें और जीवन में उतार लें तो कई बीमारियां अपने आप दूर रहेंगी.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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