Surya Grahan 2019: आज यानि 26 दिसंबर को इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण को है. ग्रहण के दौरान कुछ काम ऐसे होते हैं जो आपको करने जरूरी होते हैं! ग्रहण को लेकर काफी सारी मान्यताएं हैं. भारत में ग्रहण होने से सूतक भी लगेगा जो ग्रहण से बारह घंटे पहले ही लग जाता है. ग्रहण का धार्मिक और ज्योतिष नजरिए से बड़ा महत्व होता है. सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) 26 दिसंबर 2019 गुरुवार के दिन पौष मास की अमावस्या पर सुबह 08:17 मिनट से लेकर 10:57 मिनट तक रहेगा. इस दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और कौन से काम करने जरूरी हैं! यहां हम बताएंगे आपको. ये भी जानें की क्या होता है सूर्य ग्रहण और कैसे लगता है सूर्य ग्रहण? यहां जानें कि 2020 में कब-कब लगेगा ग्रहण... वैसे तो ग्रहण (Grahan) को लेकर काफी मिथक हैं लेकिन, कुछ सावधानियां हैं जो आपको नुकसान होने से बचा सकती हैं! इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) लगा था.
Surya Grahan 2019: आज है सूर्य ग्रहण, जानें सूतक का समय, और ध्यान रखें ये बातें...
क्या होता है सूर्य ग्रहण और कैसे लगता है?
1. जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की चमकती सतह चंद्रमा के कारण दिखाई नहीं पड़ती है.
2. चंद्रमा की वजह से जब सूर्य छिपने लगता है तो इस स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते हैं.
3. जब सूर्य का एक भाग छिप जाता है तो उसे आंशिक सूर्यग्रहण कहते हैं.
4. जब सूर्य कुछ देर के लिए पूरी तरह से चंद्रमा के पीछे छिप जाता है तो उसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहते हैं.
5. पूर्ण सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या को ही होता है.
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या करने से बचें
1. ग्रहण काल में खाना-पिना, शोर मचाना या किसी भी प्रकार का शुभ कार्य जैसे पूजा-पाठ आदि नहीं करना चाहिए.
2. हालांकि, आप इस दौरान गुरु मंत्र का जाप, किसी मंत्र की सिद्धी, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धी आदि कर सकते हैं.
3. सूतक लगने के बाद से ही गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए ऐसी मान्यता है. ग्रहण काल में सूर्य से पराबैंगनी किरणे निकलती हैं, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक हो सकती हैं.
4. ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर के शुद्धिकरण कर सकते हैं.
5. सूतक लगने से पहले ही घर में मौजूद खाने की सभी वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डाल सकते हैं.
6. यदि आपके घर में मंदिर है तो सूतक लगते ही उसके कपाट बंद कर दें या फिर मंदिर को पर्दे से ढक सकते हैं.
7. मान्यता है कि ग्रहण के बाद मन की शुद्धी के लिए दान-पुण्य भी कर सकते हैं.
क्या है ग्रहण सूतक काल ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्रणह शुरू होने के 12 घंटे पहले और ग्रहण पूरा होने के 12 घंटे के बाद तक का समय ग्रहण सूतक काल कहलाता है। इस बार सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर 2019 को है, इसलिए ग्रहण सूतक काल 25 दिसंबर को शुरू हो गया.
नए साल 2020 में ग्रहण
10 जनवरी - चंद्र ग्रहण
5 जून - चंद्र ग्रहण
21 जून - सूर्य ग्रहण
5 जुलाई - चंद्र ग्रहण
30 नवंबर -चंद्र ग्रहण
14 दिसंबर - सूर्यग्रह
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