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This Article is From May 15, 2023

Risk Factors Of Breast Cancer: मोटापा बढ़ा सकता है महिलाओं में स्‍तन कैंसर का खतरा, जानें क्‍या करें...

Risk Factors Of Breast Cancer: अध्ययनों से पता चला है कि जो महिलाएं रजोनिवृत्ति से पहले मोटापे से ग्रस्त हैं, उनमें उन महिलाओं के मुकाबले जोकि मोटापे से ग्रस्त नहीं हैं, स्तन कैंसर विकसित होने का खतरा अधिक होता है.

Risk Factors Of Breast Cancer: मोटापा बढ़ा सकता है महिलाओं में  स्‍तन कैंसर का खतरा, जानें क्‍या करें...
Risk Factors Of Breast Cancer: हार्मोन के स्तर में बदलाव के कारण मोटापे को स्तन कैंसर के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है.

Risk Factors Of Breast Cancer: मोटापे (Obesity) और स्तन कैंसर के बढ़ते जोखिम (risk of breast cancer) के बीच संबंध देखा गया है. एक जारी शोध के अनुसार मोटापे और स्तन कैंसर के जोखिम के संबंध बीच है. मोटापे से हार्मोन के स्तर में परिवर्तन हो सकता है, जैसे एस्ट्रोजेन का उच्च स्तर, जो स्तन कैंसर के लिए एक जोखिम कारक है. इसके अतिरिक्त, वसा ऊतक (वसा कोशिकाएं) हार्मोन और साइटोकिन्स का उत्पादन करती हैं, जो सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) को बढ़ा सकती हैं, जो डीएनए को नुकसान (damage DNA) पहुंचा सकती हैं और कैंसर के खतरे (risk of cancer) को बढ़ा सकती हैं. 

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मोटापे को इंसुलिन प्रतिरोध से भी जोड़ा गया है, जो तब होता है जब शरीर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है. इससे इंसुलिन और इंसुलिन जैसे विकास कारक के उच्च स्तर हो सकते हैं, जो कोशिका वृद्धि और विभाजन को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.

अध्ययनों से पता चला है कि जो महिलाएं रजोनिवृत्ति से पहले मोटापे से ग्रस्त हैं, उनमें उन महिलाओं के मुकाबले जोकि मोटापे से ग्रस्त नहीं हैं, स्तन कैंसर विकसित होने का खतरा अधिक होता है. इसके अलावा, मोटापे को स्तन कैंसर के आक्रामक रूपों, जैसे ट्रिपल-नकारात्मक स्तन कैंसर के विकास के उच्च जोखिम से जोड़ा गया है.

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यह ध्यान रखना जरूरी है कि हालांकि सभी मोटापे से ग्रस्त महिलाओं को स्तन कैंसर नहीं होगा, स्वस्थ वजन बनाए रखने से रोग के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है. और यह कैसे किया जा सकता है यह हम आपको बता रहे हैं. 

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कैसे वजन कम करें कि कम हो स्‍तन कैंसर का खतरा भी (Tips to help you prevent obesity and lower risk of breast cancer) 

1. स्वस्थ संतुलित आहार का पालन करें

मोटापे और स्तन कैंसर के अपने जोखिम को कम करने के लिए स्वस्थ, संतुलित आहार लेना सबसे जरूरी है. इसमें प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, शर्करा युक्त पेय और उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों को सीमित करते हुए बहुत सारे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन खाना शामिल है. 

2. नियमित व्यायाम करें

नियमित व्यायाम न सिर्फ हेल्‍दी वेट पाने में मददगार है, बल्कि स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को भी कम करता है. रोजाना कम से कम 30 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम करने का लक्ष्य रखें, जैसे तेज चलना, तैरना या साइकिल चलाना.

3. शराब का सेवन कम करें

अध्ययनों से पता चलता है कि जो महिलाएं नियमित रूप से शराब पीती हैं उनमें स्तन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है. रोजाना एक से अधिक पेय का सेवन सीमित करें या आदर्श रूप से शराब से पूरी तरह बचें.

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एस्ट्रोजेन जैसे कुछ हार्मोन, आपके स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. Photo Credit: iStock

4. धूम्रपान छोड़ दें

स्तन कैंसर समेत कई तरह के कैंसर के लिए धूम्रपान एक बड़ा जोखिम कारक है. अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ने में कभी देर नहीं होती है, और आपका डॉक्टर आपको एक योजना बनाने में मदद कर सकता है. 

5. पर्याप्त नींद लें

नींद की कमी से हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं, जो मोटापे और स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं. सुनिश्चित करें कि आपको प्रति रात कम से कम 7-8 घंटे की नींद मिले.

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6. तनाव का प्रबंधन करें

वजन से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. तनाव को मैनेज करने के स्वस्थ तरीके खोजें, जैसे कि ध्यान, योग या गहरी सांस लेने के व्यायाम.

7. अपने हार्मोन के स्तर की जांच करें

एस्ट्रोजेन जैसे कुछ हार्मोन, आपके स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. नियमित जांच करवाना और किसी भी चिंता या लक्षण के बारे में अपने डॉक्टर को बताना जरूरी है.

8. स्क्रीनिंग कराते रहें

प्रारंभिक पहचान और उपचार के लिए मैमोग्राम और क्‍लि‍निकल ​​स्तन परीक्षा सहित नियमित स्तन कैंसर की जांच जरूरी है. अपने डॉक्टर से बात करें कि आपकी उम्र और जोखिम कारकों के आधार पर आपको कब और कितनी बार जांच करवानी चाहिए.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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