Pinworms: पैरेंट के लिए बच्चों की सेहत (health) बहुत मायने रखती है. पेट में कीड़े होने से बच्चे परेशान हो जाते हैं. इसके कारण बच्चे न तो ठीक से खाते हैं और न ही रात में चैन से सोते हैं. बच्चों की इस परेशानी का एक बड़ा कारण होते हैं पिनवॉर्म ( Pinworms). इसके कारण पैरेंट के लिए बच्चों की हेल्थ केयर (health care) बड़ी चुनौती बन जाती है. पिनवॉर्म( Pinworms) सफेद धागे जैसी बनावट वाला परजीवी (Parasitic) कृमि (worms). होता है. पिनवॉर्म का इंफेक्शन (infection of pinworm ) मुख्यतः: कोलन या रेक्टम में होता है.
Pinworms (threadworms) Symptoms: इससे संक्रमित होने पर एनस में खुजली, सूजन, उल्टी और भूख नहीं लगने जैसे लक्षण सामने आते हैं. यह परेशानी छोटे बच्चों को ज्यादा होती है. इसके कारण बच्चों के वजन में कमी आ सकती है. पिनवार्म के इंफेक्शन का सबसे बड़ा कारण (Causes of pinworm) सफाई की कमी होती है. पिनवॉर्म के इंफेक्शन से बचाव (Prevention from Pinworm) का सबसे कारगर तरीका है बार बार हाथों की अच्छी तरह से सफाई.
क्यों होते हैं पिनवार्म, इनके कारण, लक्षण और इलाज | Pinworms (threadworms) - Causes, Symptoms, Treatment
क्यों होते हैं पिनवार्म (Causes of Pinworm)
पिनवॉर्म का इंफेक्शन कई कारणों से हो सकता है. पिनवार्म पैरासाइट है और दूषित जगहों पर इनके अंडे पाए जा सकते हैं. ऐसे में दूषित पानी पीने से, मिट्टी खाने की आदत से, टॉयलेट यूज करने के बाद अच्छी तरह से हाथ नहीं साफ करने से और बच्चों के कपड़ों की अच्छी तरह से सफाई नहीं करने से पिनवॉर्म का इंफैक्शन होने का खतरा रहता है.
How do you know if you have pinworms? बच्चों को एनस (Anus) में खुजली, खासकर रात के समय पिनवार्म का सबसे बड़ा लक्षण है.
पिनवार्म के लक्षण (Symptoms of Pinworm)
आमतौर पर बच्चों को पिनवार्म की परेशानी होती है. बच्चों को एनस (Anus) में खुजली, खासकर रात के समय पिनवार्म का सबसे बड़ा लक्षण है. इसके साथ एनस (Anus) में रेड स्पॉट्स होना, बच्चों में चिड़चिड़ापन और उल्टी जैसी शिकायत भी पिनवार्म के लक्षण हो सकते हैं.
बचाव के उपाय (How to prevent Pinworm)
पिनवार्म के इंफेक्शन से बचने के लिए सबसे जरूरी है साफ सफाई का ध्यान रखना. खाना बनाने, खाने के पहले, टॉयलेट यूज करने के बाद एंटीबायोटिक साबुन या हैंडवॉश से अच्छी तरह हाथ धोएं. खासकर बच्चों को बार बार अच्छे से हाथ धोने की आदत लगाए. कच्चे खाए जाने वाले फल व सब्जियों को अच्छी तरह धोकर उपयोग में लाएं. नॉनवेज खाने से बचें और बच्चों को बहुत ज्यादा जंक फूड और मीठी चीजें न खिलाएं. बच्चों के नाखून नियमित रूप से काट दें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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