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निकोटीन पाउच बन रहे बच्चों के लिए खतरा, 6 साल से कम उम्र वालों पर सबसे ज्यादा असर

Nicotine Pouch Danger Kids: बच्चों की सही उम्र में देखभाल करना आज के समय में बहुत जरूरी हो गया है. वे किस तरह की एक्टीविटीज में इन्वॉल्व हैं इसको लेकर माता-पिता को सतर्क रहना होगा.

निकोटीन पाउच बन रहे बच्चों के लिए खतरा, 6 साल से कम उम्र वालों पर सबसे ज्यादा असर
एक हाल ही में हुई रिसर्च में जो सामने आया है, वह हर माता-पिता के लिए चिंता का विषय है.

Harmful Nicotine For Children: आज के दौर में बाजार में तरह-तरह के निकोटीन प्रोडक्ट्स आसानी से मिल जाते हैं. ये देखने में आकर्षक होते हैं, स्वाद में मीठे होते हैं और सामान्य चीजों की तरह लगते हैं. पर एक हाल ही में हुई रिसर्च में जो सामने आया है, वह हर माता-पिता के लिए चिंता का विषय है. अमेरिका में की गई एक रिसर्च में पाया गया कि 6 साल से कम उम्र के बच्चों में निकोटीन के गंभीर प्रभाव के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.

निकोटीन पाउच सबसे बड़ा कारण

अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2010 से 2023 के बीच 6 साल से छोटे बच्चों में निकोटीन निगलने के लगभग 1,34,000 मामले दर्ज किए गए. इनमें सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी निकोटीन पाउच के कारण हुई है. ये पाउच स्वाद में अच्छे होते हैं और दिखने में किसी टॉफी या गमी की तरह लगते हैं, जिससे बच्चे धोखा खा जाते हैं.

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बच्चों को नहीं होता जहर का अंदाजा

जब कोई बच्चा गलती से निकोटीन वाला पाउच निगल लेता है, तो उसे यह समझ नहीं आता कि उसने क्या खा लिया है. बच्चों की शरीर की बनावट बहुत नाज़ुक होती है और थोड़ी सी मात्रा में निकोटीन भी उनके लिए खतरनाक हो सकती है. कई मामलों में बच्चों को उल्टी, चक्कर या बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं. दो ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां दो साल से छोटे बच्चों की जान चली गई.

बढ़ती उपलब्धता और खतरा

इन प्रोडक्ट्स की सबसे बड़ी समस्या है इनकी आसान उपलब्धता, ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों जगह ये पाउच बिना किसी सख्त नियम के बिक रहे हैं. माता-पिता और देखभाल करने वालों को लगता है कि ये सामान्य प्रोडक्ट्स हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इनमें निकोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. एक सामान्य पाउच में 6 मिलीग्राम तक निकोटीन होता है और कुछ ब्रांड इससे भी ज्यादा मात्रा में यह रसायन शामिल करते हैं.

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स्टोरेज में बरती जाए सावधानी

विशेषज्ञों का कहना है कि इन प्रोडक्ट्स को बच्चों की पहुंच से दूर, बंद अलमारी या किसी सुरक्षित स्थान पर रखा जाना चाहिए. कई बार माता-पिता इन्हें बैग या ड्रॉअर में रख देते हैं, जहां जिज्ञासु बच्चे आसानी से पहुंच जाते हैं. आकर्षक पैकेजिंग और मजेदार खुशबू बच्चों को इसे उठाने और चखने के लिए आकर्षित करती है. 

आगे क्या किया जा सकता है?

इस रिसर्च से यह स्पष्ट है कि निकोटीन प्रोडक्ट्स पर निगरानी की जरूरत है, खासकर जब वे ऐसे रूप में हों जो बच्चों के लिए भ्रम पैदा करें. सरकार को चाहिए कि इन प्रोडक्ट्स की बिक्री पर नियम बनाए, उनकी पैकेजिंग पर चेतावनी साफ हो और ऑनलाइन बिक्री पर कंट्रोल हो.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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