Multiple Sclerosis Disorder: ये ऑटोइम्यून डिसऑर्डर आपको परेशान कर सकता हैं क्योंकि ये आपकी स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं. मल्टीपल स्केलेरोसिस एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है जो आपको कई तरह से प्रभावित कर सकती है. यह आपकी नसों को प्रभावित करता है. इस विकार में शरीर की सुरक्षा कम हो जाती है और यह नसों में कुछ तंत्र की खराबी को प्रभावित करता है. मल्टीपल स्केलेरोसिस (Multiple Sclerosis) के मामले बढ़ रहे हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है. यह रोग आपके शरीर के माइलिन को प्रभावित करता है जो एक सुरक्षात्मक पदार्थ है जो आपकी नसों को ढकता है. यहां हम आपको मल्टीपल स्केलेरोसिस के बारे में कुछ फैक्ट बता रहे हैं.
मल्टीपल स्केलेरोसिस के बारे में आपको क्या जानना चाहिए?
1. एमएस के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं
मल्टीपल स्केलेरोसिस के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं- गतिशीलता की समस्या, स्पीच में परेशानी, नजरों की समस्या, झुनझुनी प्रभाव, सुन्न होना आदि. प्रत्येक व्यक्ति के लक्षणों में अंतर हो सकता है.
2. एमएस एक मूक रोग है
मल्टीपल स्केलेरोसिस किसी भी अन्य ऑटोइम्यून डिसऑर्डर से अलग नहीं दिखता है. यह आपको धुंधली दृष्टि, संवेदी समस्याएं और पुराने दर्द देना शुरू कर सकता है. आपको कुछ स्पेशल केयर की जरूरत हो सकती है ताकि मल्टीपल स्केलेरोसिस के कारण आपको कोई अस्थायी या स्थायी हानि न हो.
3. मल्टीपल स्केलेरोसिस एक क्रोनिक कंडिशन है
मल्टीपल स्केलेरोसिस के लक्षणों को कम करने के कुछ तरीके हैं लेकिन इसे ठीक करने का कोई तरीका नहीं है. हालांकि, आपको पता होना चाहिए कि जिन लोगों को एमएस रोग है उनमें से ज्यादातर की मृत्यु नहीं होती है. मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीड़ित लोगों की जीवन प्रत्याशा लगभग अन्य लोगों के बराबर होती है.
4. ये खासकर महिलाओं में होता है
नेशनल मल्टीपल स्क्लेरोसिस सोसाइटी के अनुसार 20-50 वर्ष की आयु के लोगों में ये सबसे अधिक होता हैं. 50 साल से अधिक आयु के निदान वाले लोगों में मल्टीपल स्केलेरोसिस देर से शुरू होता है. वृद्ध वयस्कों को अक्सर निदान में कठिनाई होती है क्योंकि लक्षण बहुत स्पष्ट नहीं होते हैं. महिलाओं में एमएस होने का खतरा 2 या 3 गुना ज्यादा होता है.
5. मल्टीपल स्केलेरोसिस को डायग्रोस करना मुश्किल है
यह एक चुनौतीपूर्ण विकार है जिसका निदान करना वास्तव में मुश्किल हो सकता है. मल्टीपल स्केलेरोसिस का निदान करने के लिए आप कई टेस्ट से गुजर सकते हैं, जिनमें ब्लड टेस्ट, न्यूरोलॉजिकल टेस्ट शामिल हैं.
6. एमएस में रिलैप्स और रिमिशन शामिल है
मल्टीपल स्केलेरोसिस के इलाज की तलाश करने वाले ज्यादातर लोग रिलैप्स और रिमिशन जैसी समस्याओं से गुजरते हैं, जिसमें आप मल्टीपल स्केलेरोसिस के लक्षणों में सुधार का अनुभव कर सकते हैं. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि अब आपको मल्टीपल स्केलेरोसिस की बीमारी नहीं होगी.
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7. संज्ञानात्मक मल्टीपल स्केलेरोसिस
इस ऑटोइम्यून बीमारी से शरीर को होने वाला नुकसान बहुत बड़ा है. यह आपकी नसों की क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है. इससे निपटने के लिए आपके पास मेंटल स्किल होनी चाहिए. इस बीमारी में संज्ञानात्मक समस्याएं बहुत ही अवसाद और निराशा पैदा करने वाली हो सकती हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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