मच्छरों के आंतक से बचने के लिए और रात में आरामदायक नींद के लिए हममें से अधिकतर लोग मॉस्किटो कॉयल या लिक्विड रिपेलेंट का इस्तेमाल करते हैं. अक्सर तेज बारिश के बाद मच्छरों में तेजी देखी जाती है, लेकिन कई लोग ऐसे हैं जिन्हें इससे होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी नहीं होती. अगर आप भी हर वक्त मॉस्किटो कॉयल या लिक्विड रिपेलेंट का इस्तेमाल करते है, तो सावधान होने की जरूरत हैं. जी हां क्या आप जानते हैं, लगातार मॉस्किटो कॉयल या लिक्विड रिपेलेंट का इस्तेमाल आपके बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. हम मच्छरों से बचने के लिए इसका इस्तेमाल तो बिना कुछ सोचे करते हैं, लेकिन इसके हानिकारक प्रभाव से अनजान रहते हैं. दरअसल डॉक्टर्स के अनुसार, मॉस्किटो कॉयल और लिक्विड कई जहरीले केमिकल्स के साथ निर्मित होते है और जब इसका इस्तेमाल हम अपने घऱ के बंद कमरों में करते हैं तो इसमें से निकलने वाले केमिकल्स और गैस सांस नली को बहुत नुकसान पहुंचाती है.
आखिर ये इतने खतरनाक क्यों हैं?
मॉस्किटो कॉयल और लिक्विड से जो खतरनाक गैस और धुआं निकलता है उससे आपको सांस से संबंधित बीमारी हो सकती है. इसके दुष्प्रभाव से एलर्जी, अस्थमा शरीर में खुजली और जलन पैदा कर सकती है. इसका सबसे ज्यादा प्रभाव श्वांस नलिका को होता है. वहीं पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर ध्यान दें तो ब्रांकियोलाइटिस अस्थामा से ग्रसित बच्चों की संख्या में इजाफा देखा गया है. इसके कारण सांस नली सिकुड़ने लगती है. ऐसे में आवश्यक है कि हमें अब अलर्ट हो जाना चाहिए.
मॉस्किटो कॉयल और लिक्विड से बच्चों को कौन सी बीमारी हो सकती है:
- मॉस्किटो कॉयल और लिक्विड के जलने से हानिकारक धुआं निकलता है जिसका सीधा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है जिससे सांस की परेशानी बच्चों को हो सकती है.
- यह खतरनाक कैमिकल्स से बनता है जिससे एलर्जी होने का भी खतरा बना रहता है. कई बार आपने भी ध्यान दिया होगा जब मॉस्किटो कॉयल और लिक्विड को लगाया जाता है तो आंखों में हल्की हल्की जलन और खुजली महसूस होने लगती है.
- बहुत छोटे बच्चों के लिए मॉस्किटो कॉयल बहुत खतरनाक हो सकता है. इससे निकलने वाला धुआं हवा को भी दूषित करता है, जिससे बच्चों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है.
- मॉस्किटो कॉयल के इस्तेमाल से आपको सिर दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है साथ कई बार चक्कर जैसी परेशानी भी हो सकती है.
- बंद कमरे में मॉस्किटो कॉयल जलाने से इसका धुआं रूम में ही भरा रहता है औऱ हम इसी खतरनाक गैस में सांस लेते रहते हैं, जिसके कारण सांस फूलने जैसी समस्या देखने के लिए मिलती है.
इन बातों का रखें ख्याल-
मॉस्किटो कॉयल और लिक्विड को जलाते वक्त बच्चों को रूम में न रखें. साथ ही अगर घर में कोई बुजुर्गे हैं, तो उस वक्त उन्हें भी रूम से बाहर रखें.
मॉस्किटो कॉयल और लिक्विड के इस्तेमाल के बाद खिड़की औऱ दरवाजे को खोल दें. फिर ही बच्चों को बुलाएं.
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अपनाएं ये घरेलू नुस्खे-
कपूर का करें इस्तेमाल:
कपूर पूजा सामग्री के साथ-साथ घर से मच्छरों को भगाने के भी काम आता है. इसका इस्तेमाल करने के लिए एक कटोरी में पानी लेकर इसमें थोड़ा सा कपूर डालें औ इसको अपने कमरे के एक कोने में रख दें. कपूर से निकलने वाली खुशबू से मच्छर नहीं आएंगे.
लहसुन के छिलके:
लहसुन की तेज गंध मच्छर को दूर भगाने का काम करती है, इसके लिए आप लहसुन के छिलके और कपूर का धूआं घर में दे सकते हैं.
नीम के पत्ते:
नीम के पत्तों को जलाने से भी मच्छर भाग जाते हैं. नीम के तेल का इस्तेमाल भी आपको इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है. आप नीम के तेल का दिया जला सकते हैं.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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