Skin care tips by Shehnaz Husain : अगर आपको बार-बार मुंहासे, ब्रेकआउट, त्वचा की जलन, लालिमा या रैशेज जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो यह आपके शरीर में जहरीले तत्वों (टॉक्सिन्स) के जमा होने का संकेत हो सकता है. हमारा शरीर इन टॉक्सिन्स को केवल त्वचा के छिद्रों (pores) के माध्यम से बाहर निकालने की कोशिश करता है, जिसका नतीजा मुंहासों और ब्रेकआउट्स के रूप में सामने आता है.
आयुर्वेद की राय:
आयुर्वेद मानता है कि शरीर में कुछ तत्वों का संतुलन बिगड़ने पर टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं. चूंकि इन विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं होता, इसलिए ये त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं पैदा करते हैं.
ऐसे में, मैं आपको त्वचा को डिटॉक्स करने, इन जहरीले तत्वों को बाहर निकालने और एक स्वस्थ व चमकदार त्वचा पाने के लिए कुछ विशेष आयुर्वेदिक उपायों को अपनाने का सुझाव ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन दे रही हैं, जिसे जानने के लिए आगे आर्टिकल पढ़िए...
डिटॉक्स के लिए टिप्स
- अपने शरीर को खूब सारे लिक्विड दें, जैसे गर्म पानी पीना और हल्दी, तुलसी और अदरक से बनी हर्बल चाय, जो टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है.
- आपकी डाइट आपकी स्किन हेल्थ का मुख्य आधार है. आप साबुत अनाज, मौसमी फल और हल्दी और आंवला जैसी दूसरी चीजें शामिल करें. जूस क्लींज भी सब्जियों की स्मूदी जैसे पालक और केल मिलाकर या करेले के जूस के साथ अच्छा काम करता है.
- मीठे, ऑयली, तले हुए और ठंडे ड्रिंक्स का इस्तेमाल कम करें क्योंकि ये आपके शरीर में दोष बैलेंस को बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार हैं.
- अपनी डाइट में त्रिफला शामिल करें जो डाइजेशन को ठीक करता है और डिटॉक्सिफिकेशन के लिए अच्छा है.
स्किनकेयर रिचुअल्स
कुछ ऐसे तरीके हैं जिन्हें आप अपनी रोजाना की स्किनकेयर प्रैक्टिस में शामिल कर सकते हैं ताकि टॉक्सिन्स खत्म हो सकें और आपकी स्किन साफ़ हो सके-
- आपकी स्किन को डेड स्किन सेल्स को हटाने और सही ब्लड सर्कुलेशन की जरूरत होती है, इसके लिए ड्राई ब्रशिंग की ज़रूरत होती है. इस प्रोसेस में आपकी स्किन को सॉफ्ट ब्रिसल वाले बॉडी ब्रश से ब्रश करना, ऊपर की ओर स्ट्रोक करना, लिम्फेटिक ड्रेनेज को स्टिम्युलेट करना और डेड स्किन सेल्स को एक्सफोलिएट करना होता है.
- शरीर और चेहरे के लिए अभ्यंग या तेल मसाज लिम्फेटिक ड्रेनेज को आसान बनाता है और स्किन से टॉक्सिन्स को निकालता है. आयुर्वेद के अनुसार, वात दोष के लिए तिल का तेल, पित्त के लिए नारियल का तेल और कफ के लिए सरसों का तेल जैसे गर्म तेल इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.
स्किनकेयर हर्बल मास्क
आयुर्वेद के तरीकों के अनुसार, आपको ऐसे हर्बल क्लींजर चाहिए जो स्किन को साफ करें
• नीम और हल्दी का फेस मास्क लगाने से टॉक्सिन खत्म होते हैं, और अपनी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज की वजह से स्किन को आराम मिलता है.
• चंदन और गुलाब जल को मिलाकर लगाना पित्त वाली स्किन के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि यह सूजन को कम करता है और स्किन पर ठंडक का एहसास कराता है.
• हल्दी या उबटन से बना हर्बल स्क्रब हल्के एक्सफोलिएशन के लिए और जब आपको रेडनेस कम करनी हो और अपनी स्किन को चमकदार बनाना हो, तो सबसे अच्छा है.
• मुल्तानी मिट्टी का फेस पैक ज्यादा बम्प्स निकलनेऔर ब्रेकआउट को कंट्रोल करने के लिए अच्छा है.
• अपने चेहरे को स्टीम दें, स्वेदन की टेक्निक में नीम और तुलसी के पत्तों को गुलाब की पंखुड़ियों के साथ गर्म पानी में मिलाकर उससे अपने चेहरे को स्टीम देना शामिल है. यह उपाय स्किन पोर्स को साफ करने और स्किन को क्लीन करने में मदद करता है.
तो आज से आप इन स्किन केयर टिप्स को फॉलो करें और अपने चेहरे को नई चमक और ऊर्जा देकर सुंदरता में चार चांद लगा दीजिए.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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