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This Article is From Mar 04, 2023

Influenza Outbreak In India: गंभीर होते जा रहे हैं लक्षण, साधारण खांसी-जुकाम समझने की न करें भूल, जानिए कैसे रहना है सेफ

Influenza Flu: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार ये प्रकोप ठीक वैसा ही नजर आ रहा है, जैसा पश्चिमी देशों में सितंबर और जनवरी में दिखाई दिया था. कम इम्यूनिटी वाले लोगों, बुजुर्गों और बच्चों को ये वायरस आसानी से अपनी चपेट में ले रहा है.

Influenza Outbreak In India: गंभीर होते जा रहे हैं लक्षण, साधारण खांसी-जुकाम समझने की न करें भूल, जानिए कैसे रहना है सेफ
How To Avoid Influenza: संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना सबसे बेहतर तरीका है.

Influenza (Flu) Virus: सर्दी से गर्मी की तरफ बढ़ रहे भारत के कई राज्यों में लोग खांसी, फीवर जैसे फ्लू के लक्षणों से जूझ रहे हैं. अगर आपको लंबे समय तक कफ रहता है जो घरेलू तरीकों और दवाओं से भी आसानी से ठीक नहीं होता तो जरूरी नहीं कि ये सामान्य मौसमी वायरस हो. ये वायरस इन्फ्लूएंजा ए (H3N2) भी हो सकता है, जिसकी वजह से कफ कई कई दिनों तक ठीक नहीं होता. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार ये प्रकोप ठीक वैसा ही नजर आ रहा है, जैसा पश्चिमी देशों में सितंबर और जनवरी में दिखाई दिया था. कम इम्यूनिटी वाले लोगों, बुजुर्गों और बच्चों को ये वायरस आसानी से अपनी चपेट में ले रहा है.

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ये हैं इंफ्लूएंजा के लक्षण | These Are The Symptoms Of Influenza

  • इस फ्लू के लक्षण आमतौर पर मौसमी बुखार जैसे ही होते हैं. जिसमें
  • बुखार
  • कफ
  • गले में दर्द
  • नाक बहना या ठसना
  • मसल्स या शरीर में दर्द
  • सिर दर्द और फटीग हो सकता है. ये सारे लक्षण ज्यादा गंभीर दिखें तो ये साधारण वायरस की जगह फ्लू के लक्षण हो सकते हैं.

किस एज ग्रुप को ज्यादा खतरा? | Which Age Group Is More At Risk?

इस वायरस का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों में नजर आ सकता है. इसके अलावा 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग जिनकी इम्यूनिटी कम हो जाती है या फिर वो डायबिटीज, अस्थमा या हृदय रोग के शिकार होते हैं. उन्हें इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा होता है.

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गर्भवती महिलाएं या लंग इंफेक्शन से जूझ रहे लोग भी आसानी से इस वायरस का शिकार हो सकते है.

इंफ्लूएंजा का डायग्नोसिस | Diagnosis Of Influenza

इस वायरस का पता अलग अलग लैब टेस्ट के जरिए ही चलता है. हो सकता है डॉक्टर आपके बलगम की जांच या कोई अन्य जांच के लिए कहे, जिसके बाद वायरस के संक्रमण का पता लगाया जा सके.

क्या हैं उपचार के तरीके:

  • दूसरे वायरल इंफेक्शन की तरह इसमें भी पेशेंट को हाइजीन मेंटेन करने, खानपान का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. ताकि इसे फैलने से रोका जा सके.
  • बुखार और संक्रमण रोकने की दवाएं दी जाती हैं.
  • डॉक्टर की निगरानी में इसका उपचार 3 से 5 दिन तक चल सकता है.

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इन्फ्लूएंजा से कैसे बचें? | How To Avoid Influenza?

  • संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना सबसे बेहतर तरीका है.
  • अपने आसपास सफाई रखें. कुछ भी खाने पीने से पहले हाथ जरूर धोएं.
  • आंख, नाक और मुंह को बार बार न छुएं.
  • बुखार आसानी से ठीक न होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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