कीटोजेनिक डाइट मुख्य रूप से वजन घटाने में सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है. इसमें आपका शरीर ऊर्जा के स्रोत के रूप में फैट का इस्तेमाल करता है. इस वजह से आपके शरीर का वजन घटता है. सोनाक्षी सिन्हा और अर्जुन कपूर जैसे सेलिब्रिटीज ने वजन घटाने के लिए कीटो डाइट का सहारा लिया. कीटो डाइट कम कार्बोहाइड्रेट की डाइट के तौर पर जानी जाती है. इस डाइट की मदद से शरीर ऊर्जा के उत्पादन के लिए लिवर में कीटोन उत्पन्न करता है. इस डाइट प्लान को कीटोजेनिक डाइट, लो कार्ब डाइट, फैट डाइट जैसे नामों से भी जाना जाता है. साधारण तौर पर जब आप ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का खाना खाते हैं, तो आपका शरीर ग्लूकोज और इंसुलिन का उत्पादन करता है और चूंकि आपका शरीर ग्लूकोज को प्राथमिक ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करता है तो इसलिए आपके खाने में मौजूद फैट आपका शरीर संग्रहित कर लेता है. वहीं दूसरी ओर कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करके फैट से ऊर्जा का उत्पादन किया जाता है. इस प्रक्रिया को कीटोसिस कहा जाता है. कीटो डाइट में फैट का सेवन ज़्यादा, प्रोटीन का मीडियम और कार्बोहाइड्रेट का कम सेवन किया जाता है. इस डाइट में लगभग 70 प्रतिशत फैट, 25 प्रतिशत प्रोटीन, और 5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए.
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Indian ketogenic Diet: हो सकता है कि भारतीय आहार पसंद करने वाले लोगों के लिए कीटो किसी सजा जैसा हो. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ भारतीय आहार भी ऐसे हैं जो कीटो डाइट में लिए जा सकते हैं और आपकी मुश्किल को आसान बना सकते हैं. तो चलिए देखते हैं ऐसे ही 5 आहारों के बारे में जो कीटो डाइट में भी हो सकते है शामिल.
कीटो डाइट में लिए जा सकने वाले भारतीय आहार - Indian dishes that are all keto-friendly:
1. बैंगन का भरता : पोषण से भरपूर और लो कार्बस डाइट के लिए बैंगन का भरता बेस्ट ऑप्शन है. भारतीय लोगों को भरता बेहद पसंद होता है. बैंगन का भरता रोटी और चावलों के साथ खाया जाता है. बैंगन की 100 ग्राम प्रोटीन में महज 6 ग्राम कार्बस होता है. जो दूसरी सब्जियों के मुकाबले कम है.
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2. पनीर भुर्जी : अगर आप कीटो डाइट पर हैं तो पनीर आपका सबसे अच्छा दोस्त साबित हो सकता है. हर 100 ग्राम पनीर में 3.4 ग्राम कार्बस होते हैं. पनीर का इस्तेमाल भारतीय आहार में कई सब्जियों में इस्तेमाल किया जाता है. पनीर की सब्जी बनने में भी ज्यादा समय नहीं लेता और पोषण से भरपूर होता है. आप इसे सब्जी में पकाकर या सलाद में ले सकते हैं.
3. सरसों का साग : आमतौर पर उत्तर भारत में खाना पकाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है. सरसों के तेल के बहुत फायदे होते हैं. ठीक इसी तरह हरी सरसों के फायदे भी काफी हैं. सरसों में सेलेनियम और मैग्नीशियम होता है. यह सर्दियों में आपके लिए बेहद अच्छा साबित हो सकता है. क्योंकि इसकी एंटी इन्फ्लैमटॉरी क्वालिटी आपको गर्माहट का अहसास कराती है. हर 100 ग्राम कच्चे सरसों में 4.7 ग्राम कार्बस होता है.
4. अवियल: केरल में कई नारियल के दूध से तरह स्ट्रूज और क्यूरीज बनाई जाती हैं. यह सभी कीटो-फ्रेंडली हैं. अवियल भी ऐसी ही है. अवियल में काफी मात्रा में लोकल सब्जियां, बीन्स, डर्मस्टिक वगैरह को इस्तेमाल किया जाता है. अवियल को नारियल के तेल और करी पत्तियों के साथ बनाया जाता है. यह कीटो डाइट में आपको नया फ्लेवर दे सकता है.
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5. पालक पनीर : पालक में आपको सेहतमंद बनाने के कई गुण होते हैं. पालक को स्पिंशिया आलेरिसिया (Spinacia Oleracea) के नाम से भी जाना जाता है. पालक में विटामिन के, एक और सी भरपूर मात्रा में होते हैं. इसके अलावा पालक में और भी कई गुण होते हैं. जैसे पालक मैग्नेशियम, आयरन और मैग्निज से भरपूर होती है. इस पत्तेदार सब्जी को खाने से आप कई तरह के फायदे उठा सकते हैं. यह आपकी आंखों के लिए फायदेमंद है. इसके साथ ही साथ पालक तनाव कम करती है और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रण में रखने में मददगार है. हर 100 ग्राम पालक में 3.6 ग्राम कार्बस होते हैं. जो इसे कीटो के लिए परफेक्ट बनाता है.
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