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How To Reduce The Risk of Breast Cancer: नई माएं कम कर सकती है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, बस ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान करें ये

खासतौर पर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि आगे जाकर उन्हें इस जानलेवा बीमारी का सामना न करना पड़े.

How To Reduce The Risk of Breast Cancer: नई माएं कम कर सकती है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, बस ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान करें ये
ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाएं इस तरह करें अपना ख्याल.

How to Reduce The Risk of Breast Cancer: महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर सबसे कॉमन प्रकार का कैंसर है. भारत में ब्रेस्ट कैंसर के केस लगातार बढ़ते जा रहे है. इस बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ने के कारण अब ज्यादा से ज्यादा लोगों में बीमारी का पता चल रहा है. खराब लाइफस्टाइल, खानपान और जेनेटिक कारणों के अलावा ब्रेस्टफीडिंग के दौरान की गई गलतियों के वजह से भी महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो सकती हैं. खासतौर पर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि आगे जाकर उन्हें इस जानलेवा बीमारी का सामना न करना पड़े.

आज हम महिलाओं को यह बताने जा रहे हैं कि ब्रेस्ट फीडिंग स्टेज में सेहत का किस तरह ख्याल रख कर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.

ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाएं इस तरह करें अपना ख्याल

रेगुलर एक्सरसाइज (Regular Exercise)

एक्टिव लाइफस्टाइल अपना कर कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है. इसलिए डिलीवरी के बाद रेगुलर एक्सरसाइज करें, इससे आपको वजन कम करने में भी मदद मिलेगी. रेगुलर एक्सरसाइज की मदद से ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.

नो स्मोकिंग (No Smoking)

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान स्मोकिंग करना आपके और बच्चे की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करना चाहती हैं तो खुद पर नो स्मोकिंग रूल अप्लाई करें.

कम करें शराब का सेवन (Reduce Alcohol Consumption)

प्रेगनेंसी ही नहीं डिलीवरी के बाद भी हेल्थ एक्सपर्ट्स शराब से दूरी बनाए रखने की सलाह देते हैं. ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शराब के सेवन से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए शराब का सेवन बंद करने की कोशिश करें या सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें.

वजन नियंत्रित करें (Control Weight)

ज्यादा वजन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है. प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का वजन बढ़ जाता है. इसलिए डिलीवरी के बाद धीरे-धीरे वजन को नियंत्रित करने की कोशिश करें. ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान आप अपने वजन को नियंत्रण में रख कर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं.

रात की शिफ्ट में काम न करें (Do Not Work in Night Shift)

ब्रेस्ट फीडिंग महिलाओं को नाइट शिफ्ट में काम करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. पर्याप्त नींद लें और समय-समय पर डॉक्टर से मिल कर जरूरी जांच करवाते रहें.

हेल्दी खाना (Healthy Food)

ब्रेस्ट फीडिंग स्टेज में महिलाओं को हेल्दी और संतुलित आहार लेना चाहिए. इससे आपको और बच्चे दोनों को जरूरी पोषक तत्व मिलेंगे. जंक फूड के बजाए घर का बना खाना खाएं. साबुत अनाज, हरी सब्जियों और फलों को अपनी डाइट में प्रमुखता से शामिल करें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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