First Aid For A Stab Wound Victim: सोचिए, आप अपने काम से कहीं जा रहे हैं और अचानक कोई ऐसा व्यक्ति मिल जाए जिसके शरीर से खून बह रहा हो. उसने अपना घाव हाथ से पकड़ा हुआ है, कपड़े खून से लथपथ हैं और वह आपसे मदद मांगता है कि उसे चाकू लगा (Chaku Lage To Kya Kare) है. ऐसी स्थिति किसी के भी हाथ-पांव फुला सकती है, लेकिन यकीन मानिए, चाकू लगे व्यक्ति की मदद करना उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है.
भले ही आपने कोई प्रोफेशनल फर्स्ट एड (First Aid) कोर्स न किया हो, फिर भी नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को अपनाकर आप किसी की जान बचा सकते हैं. अब सवाल आता है कि ऐसी इमरजेंसी में क्या करें? तो जब भी आप ऐसी स्थिति देखें, तो डरने के बजाय ये जरूरी काम करें:
- मदद के लिए आगे आएं: घबराहट में पीछे न हटें, आपकी थोड़ी सी कोशिश किसी की जिंदगी बचा सकती है.
- खून बहने से रोकें: सबसे जरूरी काम खून के बहाव को कम करना है.
- सीधे स्टेप्स फॉलो करें: आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा (Emergency First Aid) देना काफी सीधा और सरल काम है.
किसी को चाकू लगा (Stabbed) हुआ देखना डरावना हो सकता है, लेकिन आपकी फुर्ती और सही जानकारी उस व्यक्ति की जान बचा सकती है. ऐसी स्थिति में घबराने के बजाय शांत रहकर ये कदम उठाएं. सबसे पहला काम: खुद को शांत रखें. जैसे ही आप ऐसी स्थिति देखें, लंबी और गहरी सांस लें. इससे आपका दिमाग शांत होगा और आप सही फैसला ले पाएंगे.
इमरजेंसी फर्स्ट एड (First Aid) के जरूरी स्टेप्स | First Aid For A Stab Wound Victim
- एंबुलेंस को फोन करें: तुरंत इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें और फोन को 'स्पीकर' पर डाल दें ताकि आपके हाथ काम करने के लिए खाली रहें.
- पुलिस को फोन करें: क्योंकि यह क्राइम का मामला हो सकता है, ऐसे में फोन को 'स्पीकर' पर डाल कर ही एक फोन पुलिस को भी करें और मामले की जानकारी दें.
- दस्ताने पहनें: अगर पास में प्रोटेक्टिव ग्लव्स (Gloves) हों, तो उन्हें पहन लें.
- चाकू को बाहर न निकालें: यह सबसे जरूरी बात है. चाकू या कोई भी वस्तु घाव के अंदर है, तो उसे कभी न निकालें. वह चाकू खून को बहने से रोकने के लिए 'प्लग' की तरह काम कर रहा है. उसे निकालने से खून का बहाव तेज हो सकता है.
- दबाव बनाएं: अगर चाकू अंदर है, तो उसके दोनों तरफ जोर से दबाव डालें. अगर चाकू निकल चुका है, तो सीधे घाव पर पट्टी या साफ कपड़े से जोर से दबाएं.
- लेटा दें: घायल व्यक्ति को जमीन पर लेटा दें और एंबुलेंस आने तक घाव को दबाए रखें.
'शॉक' (Shock) क्या है और यह क्यों खतरनाक है?
जब शरीर से ज्यादा खून बह जाता है, तो दिल और दिमाग जैसे अंगों तक ऑक्सीजन वाला खून नहीं पहुंच पाता. इसे 'शॉक' लगना कहते हैं, जो जानलेवा हो सकता है.

शॉक के लक्षण कैसे पहचानें?
- त्वचा का पीला और ठंडा पड़ जाना.
- नब्ज (Pulse) का बहुत तेज लेकिन कमजोर होना.
- सांसें तेज और छोटी होना.
- चक्कर आना.
शॉक से बचाने के लिए क्या करें?
अगर घायल व्यक्ति को शॉक लग रहा है, तो इन 5 नियमों का पालन करें:
- उसे जमीन पर लेटाएं और उसके पैर दिल के लेवल से ऊपर की तरफ उठा दें.
- पक्का करें कि एंबुलेंस आ रही है.
- उनके शरीर पर बंधे तंग कपड़े ढीले कर दें.
- उन्हें कंबल या कपड़े से ढककर गर्म रखें (लेकिन बहुत ज्यादा गर्मी न दें).
- उन्हें ढांढस बंधाएं और शांत रखें.
क्या चाकू लगने के बाद जान बच सकती है?
अगर सही समय पर डॉक्टरी इलाज मिल जाए, तो ज्यादातर लोग बच जाते हैं. एक सामान्य वयस्क के शरीर में 4-6 लीटर खून होता है. अगर शरीर का एक-तिहाई खून बह जाए, तो ब्लड प्रेशर गिर जाता है और दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंचती, जिससे मौत हो सकती है. बच्चों के मामले में यह खतरा और भी ज्यादा है क्योंकि उनके शरीर में खून की मात्रा कम होती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं