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This Article is From Jan 12, 2022

Hyperpigmentation On The Forehead: क्‍यों होता है हाइपरपिग्मेंटेशन, जानें कारण, बचाव के तरीके और इलाज

हाइपरपिग्मेंटेशन, स्‍किन से जुड़ी ऐसी समस्‍या है जिसमें त्‍वचा पर छोटे पैच में हो सकते हैं, यह स्‍किन के बड़े भाग को भी कवर कर सकता है या पूरे शरीर को भी प्रभावित कर सकता है. जानिए स्‍किन पिगमेंटेशन के कारण और इलाज के विकल्प.

Hyperpigmentation On The Forehead: क्‍यों होता है हाइपरपिग्मेंटेशन, जानें कारण, बचाव के तरीके और इलाज
स्‍किन पिगमेंटेशन से बचने के लिए बहुत ज्‍यादा धूप में रहने से बचना चाहिए.

हाइपरपिग्मेंटेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा का एक पैच प्राकृतिक त्वचा टोन की तुलना में गहरे रंग का हो जाता है. त्वचा का यह कालापन तब बनता है जब मेलेनिन, त्वचा का रंग पैदा करने वाला पिगमेंट, ज्‍यादा मात्रा में पैदा होता है. आमतौर पर हानिरहित, यह त्वचा की स्थिति किसी भी इंसान में पैदा हो सकती है. हाइपरपिग्मेंटेशन त्‍वचा पर छोटे पैच में हो सकता है और त्वचा के बड़े भाग को भी कवर कर सकता है या पूरे शरीर को भी प्रभावित कर सकता है. इन काले धब्बों के बनने की जगहों में से एक है माथा. माथे पर हाइपरपिग्मेंटेशन के कारणों को निर्धारित करने और इसका समाधान खोजने के लिए त्वचा विशेषज्ञ डॉ जयश्री शरद ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट साझा किया है.

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हाइपरपिग्मेंटेशन  के कारण, क्‍यों होता है हाइपरपिग्मेंटेशन (Causes)

डॉ जयश्री शरद का कहना है कि माथे पर हाइपरपिग्मेंटेशन धूप के अत्यधिक संपर्क में आने या पसीने को पोंछने के कारण लगातार घर्षण के कारण हो सकता है. जिन लोगों को इंसुलिन प्रतिरोध और मधुमेह है, उनके चेहरे पर ये काले धब्बे विकसित होने की संभावना है. यह पता लगाना सही रहेगा कि कहीं आपको बालों के कलर के किसी भी उत्पाद से एलर्जी तो नहीं है, क्योंकि इससे हाइपरपिग्मेंटेशन भी हो सकता है. सिरदर्द से राहत पाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बाम भी त्वचा की समस्या का कारण बन सकते हैं.

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हाइपरपिग्मेंटेशन से बचाव और इलाज (Solutions)

त्वचा विशेषज्ञ का कहना है कि अगर लोगों को अपनी त्वचा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हुआ दिखाई दे तो उन्हें खुद को अत्यधिक धूप में रखने से बचना चाहिए. इसके अलावा, अपने माथे को लगातार पोंछने से बचें. हो सके तो एक मुलायम पोंछने वाला कपड़ा रखें. बाम का उपयोग सिर्फ तभी करने का प्रयास करें जब सिरदर्द या सर्दी बढ़ रही हो और हल्के लक्षणों के लिए उनसे बचें. हानिकारक केमिकल कंपाउंड, Paraphenylenediamine (PPD) के साथ बालों को रंगने से बचना चाहिए. अपने आप को इंसुलिन प्रतिरोध और मधुमेह के लिए निदान करें. और यह देखने के लिए कि क्या स्थिति में होता है, फाउंडेशन, तेल और परफ्यूम का इस्‍तेमाल करने से बचें.

डॉ जयश्री शरद कहती हैं कि अगर ये उपाय त्वचा की समस्या में सुधार करने में नाकाम रहते हैं, तो त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लें.

उसकी पोस्ट यहां देखें:

त्वचा की कुछ सामान्य समस्याओं पर ये कुछ उपयोगी दिशानिर्देश हैं. अपनी त्वचा को स्वस्थ और समस्याओं से दूर रखने के लिए इन सुझावों को मान कर आप त्‍वचा को और हेल्‍दी बना सकते हैं.

अस्‍वीकरण: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के निजी विचार हैं. एनडीटीवी इस लेख की किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता या वैधता के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. लेख में दी गई जानकारी, तथ्य या राय एनडीटीवी के विचारों को नहीं दर्शाती है और एनडीटीवी इसके लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व नहीं लेता है.

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