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शरीर में फॉलिक एसिड की कमी से इन समस्याओं का बढ़ जाता है खतरा, जानिए कैसे बढ़ाएं शरीर में फॉलिक एसिड

Folic Acid Deficiency: फोलेट (फॉलिक एसिड) हमारी हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है. यह डीएनए और ब्लड सेल्स के निर्माण साथ ही कोशिका वृद्धि में मदद करता है. फोलेट की कमी से एनीमिया, थकान, कमजोरी, और गर्भावस्था में शिशु के विकास में कठिनाई हो सकती हैं. 

शरीर में फॉलिक एसिड की कमी से इन समस्याओं का बढ़ जाता है खतरा, जानिए कैसे बढ़ाएं शरीर में फॉलिक एसिड
Folic Acid Deficiency: फोलेट की कमी से रेड ब्लड सेल्स का निर्माण बाधित हो सकता है.

Folic Acid Deficiency: फॉलिक एसिड, जिसे फोलेट का सिंथेटिक रूप माना जाता है, विटामिन बी9 का एक महत्वपूर्ण प्रकार है. यह शरीर के डीएनए निर्माण, नई कोशिकाओं के विकास और मरम्मत, साथ रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में सहायक होता है. फॉलिक एसिड गर्भवती महिलाओं के लिए खासतौर से जरूरी है क्योंकि यह भ्रूण के न्यूरल ट्यूब दोषों (Neural Tube Defects) को रोकने में मदद करता है. फॉलिक एसिड, शरीर के कंप्लीट डेवलपमेंट और सही प्रोसीजर के लिए खास है. फोलेट की कमी से बॉडी में कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती हैं. 

फॉलिक एसिड की कमी से क्या होता है? | What Happens Due To Deficiency of Folic Acid?

1. एनीमिया

फोलेट की कमी से रेड ब्लड सेल्स का निर्माण बाधित हो सकता है, जिससे बॉडी में ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है. इसके कारण कमजोरी, थकान, सांस फूलना, चक्कर आना, और त्वचा का पीला पड़ना जैसे लक्षण दिखते हैं. सही मात्रा में फोलेट से भरपूर डाइट लेना जरूरी है.

2. थकान और ऊर्जा की कमी

फोलेट की कमी के कारण सेल्स को सही तरीके से नुट्रिशन और एनर्जी नहीं मिल पाती, जिससे शरीर जल्दी थकान महसूस करता है. मसल्स और दिमाग को एक्टिव रखने के लिए फोलेट का स्तर बनाए रखना जरूरी है. इसे बैलेंस्ड डाइट से पूरा किया जा सकता है.

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3. भूख में कमी

फोलेट की कमी से डाइजेस्टिव सिस्टम प्रभावित होता है, जिससे भूख कम लगने लगती है. यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहने पर कुपोषण का कारण बन सकती है. हरी सब्जियों, दालों और फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों का सेवन डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है.

4. मेमोरी लॉस

फोलेट की कमी दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर के इम्बैलेंस का कारण बन सकती है, जिससे मेमोरी कमजोर हो जाती है. यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो कोग्निटिव एबिलिटीज़ पर भी नेगेटिव इफ़ेक्ट पड़ सकता है. फोलेट युक्त फूड्स दिमाग को हेल्दी बनाए रखने में सहायक है.

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5. डिप्रेशन

फोलेट की कमी मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे खास न्यूरोट्रांसमीटर्स के प्रोडक्शन को प्रभावित करती है, जिससे केमिकल इम्बैलन्स पैदा होता है. यह स्थिति मानसिक स्वास्थ्य पर नेगेटिव इफेक्ट डालते हुए डिप्रेशन का कारण बन सकती है. फोलेट युक्त आहार मेंटल बैलेंस बनाए रखने में सहायक होता है.

बॉडी में फोलिक एसिड की मात्रा कैसे बढ़ाएं?

बॉडी में फॉलिक ऐसिड की मात्रा बढ़ाने या इसकी कमी को दूर करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां, बीन्स और फोर्टिफाइड अनाज को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए. नियमित बैलेंस डाइट के जरिए फोलेट की कमी को रोका जा सकता है. फॉलिक एसिड की हर दिन की जरूरत उम्र, जेंडर और हेल्थ सिचुएशन के अनुसार बदलती है, लेकिन सामान्यतः एक हेल्दी व्यक्ति को 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड की जरूरत होती है. गर्भवती महिलाओं को इसकी ज्यादा मात्रा की जरूरत होती है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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