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जापान में फ्लू का प्रकोप, स्कूल बंद, 4000 से ज्यादा लोग बीमार! क्या भारत को सतर्क होना चाहिए?

Japan Flu Outbreak 2025: रिपोर्टों से पता चलता है कि जापान में फ्लू का मौसम सामान्य से लगभग 5 हफ्ते पहले ही शुरू हो गया है, जिससे महामारी के बाद की दुनिया में वायरस के व्यवहार में बदलाव को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं.

जापान में फ्लू का प्रकोप, स्कूल बंद, 4000 से ज्यादा लोग बीमार! क्या भारत को सतर्क होना चाहिए?
Japan Flu Outbreak 2025: सबसे ज्यादा केस ओकिनावा, फिर टोक्यो और कागोशिमा में पाए गए.

Japan Flu Outbreak 2025: कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर में वायरसों के व्यवहार में बदलाव देखा जा रहा है. अब जापान में फ्लू का मौसम सामान्य से 5 हफ्ते पहले शुरू हो गया है, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों में चिंता बढ़ गई है. इस बार फ्लू का संक्रमण इतनी तेजी से फैला है कि जापान सरकार को देशव्यापी फ्लू महामारी घोषित करनी पड़ी. बच्चों में संक्रमण के मामले ज्यादा होने के कारण 100 से ज्यादा स्कूल, किंडरगार्टन और डे-केयर सेंटर बंद कर दिए गए हैं. यह स्थिति न केवल जापान के लिए बल्कि बाकी देशों के लिए भी चेतावनी है कि वायरस अब पहले से अलग तरीके से व्यवहार कर सकते हैं. भारत जैसे देशों में जहां मौसम तेजी से बदलता है, वहां भी सतर्क रहने की जरूरत है.

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जापान में क्या हो रहा है?

  • जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 22 सितंबर से शुरू हुए हफ्ते में 4030 फ्लू के मामले सामने आए हैं.
  • ये मामले देशभर के 3000 अस्पतालों से रिपोर्ट हुए हैं.
  • सबसे ज्यादा केस ओकिनावा, फिर टोक्यो और कागोशिमा में पाए गए.
  • 3 अक्टूबर को पिछले हफ्ते की तुलना में चार गुना ज्यादा मामले दर्ज किए गए.

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले सालों में ऐसे तेज और शुरुआती फ्लू प्रकोप आम हो सकते हैं. इसके पीछे कारण हो सकते हैं:

  • मौसम का असामान्य व्यवहार
  • वायरस के स्वरूप में बदलाव
  • कम टीकाकरण दर

टीकाकरण है सबसे बड़ा हथियार

जापान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों से फ्लू वैक्सीन लगवाने की अपील की है.
WHO के अनुसार, वैक्सीन बच्चों, बुज़ुर्गों और बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए बेहद जरूरी है.
गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लेनी चाहिए. यह गर्भावस्था के किसी भी चरण में सुरक्षित है.

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बचाव के आसान उपाय

  • बार-बार हाथ धोना और छींकते समय मुंह ढंकना.
  • भीड़भाड़ वाली जगहों में मास्क पहनना.
  • सतहों को नियमित रूप से साफ़ करना.
  • हल्के लक्षण (जैसे बुखार, खांसी, बदन दर्द) होने पर घर पर रहना और दूसरों से दूरी बनाना.
  • 48 घंटे के भीतर इलाज शुरू करने से जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है.

भारत में क्या करना चाहिए?

भारत में अभी घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन मौसम में अचानक बदलाव के कारण सर्दी-ज़ुकाम जैसे लक्षण बढ़ सकते हैं. इसलिए सतर्क रहना जरूरी है.

फ्लू से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय:

  • पौष्टिक डाइट लें जिसमें विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट हों.
  • अच्छी नींद लें ताकि इम्यून सिस्टम मज़बूत रहे.
  • फ्लू वैक्सीन ज़रूर लगवाएं.
  • धूम्रपान और शराब से बचें.
  • तनाव कम करें.
  • हाइजीन का ध्यान रखें.
  • हाथ धोना, छींकते समय मुंह ढंकना और सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें.

ज्यादातर स्वस्थ लोगों के लिए फ्लू गंभीर नहीं होता, लेकिन टीकाकरण और सावधानी अपनाकर आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं. बदलते मौसम में सतर्क रहना ही समझदारी है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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