Common Dental Myths: दांतों को हेल्दी रखने और मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखना एक बुनियादी आवश्यकता बन गई है. अच्छे दांत या मौखिक स्वास्थ्य में मजबूत दांत, स्वस्थ मसूड़े होते हैं. इसके लिए हम अपने आप को दांतों की सड़न, मसूड़ों की बीमारियों से बचाते हैं, और हमारे मुंह के समग्र स्वास्थ्य की देखभाल करते हैं. दातों की हेल्थ अभी भी एक उपेक्षित मुद्दा है और इसके आसपास कई मिथक हैं. यहां कुछ दंत मिथकों (Dental Myths) की सूची दी गई है जिन पर आपको विश्वास करना बंद कर देना चाहिए. आमतौर पर हम सुनी सुनाई बातों पर विश्वास कर लेते हैं लेकिन यहां हम आपको बताएंगे कि दातों के स्वास्थ्य को लेकर कौन से मिथ्स फैले हैं और उनकी सच्चाई क्या है.
ये हैं दांत के 5 सबसे बड़े मिथ्स | These Are The 5 Biggest Myths Of Teeth
1. भोजन के बाद सुबह ब्रश करना ज्यादा जरूरी है
हालांकि, तथ्य यह है कि भोजन करने के बाद ब्रश करना पहले ब्रश करने से ज्यादा महत्वपूर्ण है. भोजन के बाद ब्रश करना अच्छी मौखिक स्वच्छता की कुंजी है क्योंकि यह आपके मुंह को तुरंत साफ कर देगा.
डेली 30 मिनट पैदल चलने से मिलते हैं ये 5 शानदार फायदे, आज से कर दें शुरू!
2. हार्ड ब्रशिंग या हार्ड ब्रश का उपयोग करने से दांत साफ और सफेद रहते हैं
यह एक बहुत ही आम मिथक है जो दांतों की सतहों को बर्बाद कर देता. आपको अपनी ब्रश करने की तकनीक पर ध्यान देना चाहिए: प्रत्येक तरफ कम से कम 20 बार मसूड़ों से लेकर दांतों तक स्ट्रोक करना चाहिए. ऊपरी दांत को ब्रश कर रहे हों तो ब्रश को नीचे ही ओर मोशन करें और निचले दांत के लिए एक ऊपर की ओर करें साथ ही नरम ब्रश से ब्रशिंग करनी चाहिए.
हेल्दी घने और लंबे बालों के लिए अपने तेल में मिलाएं ये 2 चीजें, कुछ ही हफ्तों दिखने लगेगा असर!
3. नियमित रूप से स्केलिंग करने से आपके दांत कमजोर हो जाएंगे
6 महीने से 1 साल में एक बार नियमित स्केलिंग करने से अच्छी सेहत और मुंह की स्वच्छता हो जाती है. यह उन सतहों को साफ करने में मदद करता है जिन्हें सामान्य ब्रश करने से साफ नहीं किया जा सकता. इसको जब उचित तकनीक के साथ ठीक से किया जाता है तो दांतों को नुकसान नहीं होगा.
4. मौखिक स्वास्थ्य आपके समग्र स्वास्थ्य से जुड़ा नहीं है
आपके मुंह और आपके शरीर के बीच एक संबंध है. आपका मौखिक स्वास्थ्य आपके समग्र स्वास्थ्य से जुड़ा है. आपके मुंह में कोई भी जीवाणु संक्रमण रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकता है और समग्र स्वास्थ्य मुद्दों का कारण बन सकता है, विशेष रूप से हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, और बहुत कुछ.
5. आपको केवल दांत में दर्द होने पर ही डेंटिस के पास जाना चाहिए
यह एक पुरानी कहावत है कि एहतियात इलाज से बेहतर है यदि दांतों की समस्या का समय पर निदान किया जाए तो यह दांत को बचाने में वास्तव में मददगार हो सकता है. नियमित जांच के लिए हर 6 महीने में एक डेंटिस्ट के पास जाएं ताकि समस्या को जल्दी से पकड़ा जा सके ताकि इलाज न तो व्यापक हो और न ही महंगा और दांतों को बचाने के लिए कहीं अधिक संभावनाएं रहें.
(इनपुट्स- डॉ. गीता सिंह, डेंटेम में निदेशक हैं)
अस्वीकरण: इस लेख के भीतर व्यक्त की गई राय लेखक की निजी राय है. एनडीटीवी इस लेख की किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता, या वैधता के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. सभी जानकारी एक आधार पर प्रदान की जाती है. लेख में दिखाई देने वाली जानकारी, तथ्य या राय एनडीटीवी के विचारों को नहीं दर्शाती है और एनडीटीवी उसी के लिए कोई ज़िम्मेदारी या दायित्व नहीं मानता है.
हेल्थ की और खबरों के लिए जुड़े रहिए
अगर शरीर में आएं ये 5 बदलाव तो समझ लें बिगड़ गया है आपका ब्लड सर्कुलेशन!
केसर की चाय पीने के हैं ये शानदार फायदे, जानें घर पर बनाने का तरीका
अपने घर में उगाएं ये 3 औषधीय पौधे, कई बीमारियों में आएंगे काम, जानें तीनों के स्वास्थ्य लाभ!
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं