
दवाओं की कीमत आसमान छूने को तैयार रहती है. ऐसे में इनकी कीमतों को कंट्रोल करने के लिए सरकाई ने कई बार दवाओं के प्राइस को कंट्रोल करने वाली लिस्ट में डाला है. लेकिन अब कहा जा रहा है कि सरकार कुछ दवाओं की कीमत में बढ़ोत्तरी कर सकती है. क्या वाकई सरकार द्वारा प्राइस कंट्रोल में रखी गई दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है? यह खबर उन मरीजों के लिए चिंता का विषय है जो कैंसर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं.
यह भी पढ़ें: पारिवारिक दबाव, लोग क्या कहेंगे, करियर बनाने का प्रेशर... माता-पिता और युवाओं के लिए आचार्य प्रशांत की सलाह
कीमतों में संभावित बढ़ोतरी
नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) देश में दवाओं की कीमत तय करती है. बिजनस टुडे की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है कि इन दवाओं की कीमत में 1.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है. हो सकता है यह बढ़ोतरी कच्चे माल की लागत और उत्पादन खर्चों में वृद्धि के कारण हो रही हो.
किन दवाओं की कीमत बढ़ सकती है?
इस बढ़ोतरी का असर कैंसर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और एंटीबायोटिक्स जैसी जरूरी दवाओं पर पड़ सकता है. इन दवाओं को प्राइस कंट्रोल में रखने का उद्देश्य मरीजों को राहत देना था, लेकिन ऐसी खबरें परेशान करने वाली हो सकती है.
मरीजों पर प्रभाव
कीमतों में बढ़ोतरी से मरीजों को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि, अभी सरकार की तरफ से कोई भी ऑफिशियल नोटिफिकेशन सामने नहीं आया है.
Watch Video: क्या है वजन कम करने का सही तरीका, उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए वजन, पद्मश्री डॉक्टर से जानें
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं