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This Article is From Jun 12, 2020

Yoga For Asthmatics: अस्थमा रोगियों के लिए कारगर हैं ये 3 योगासन, आज से ही कर दें शुरू, जल्द मिलेगा आराम!

Best Yogasan For Asthma: अस्थमा एक सांस से जुड़ी बीमारी है. इसमें ब्रीदिंग, सांस नलियों और फेफड़ों (Lungs) पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है. अस्थमा के लिए योग (Yoga For Asthmatics) काफी फायदेमंद हो सकता है. रोजाना कुछ योगाभ्यास कर अस्थमा रोगियों (Asthma Patient) को आराम मिल सकता है. वैसे तो योग हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है लेकिन अस्थमा रोगियों के लिए योग (Yoga For Asthma Patients) कमाल हो सकते हैं

Yoga For Asthmatics: अस्थमा रोगियों के लिए कारगर हैं ये 3 योगासन, आज से ही कर दें शुरू, जल्द मिलेगा आराम!
Best Yogasan For Asthma: अस्थमा से छुटकारा पाने के लिए रोजाना करें इन योगासनों का अभ्यास

Yoga For Asthma Patient: अस्थमा एक सांस से जुड़ी बीमारी है. इसमें ब्रीदिंग, सांस नलियों और फेफड़ों (Lungs) पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है. अस्थमा के लिए योग (Yoga For Asthmatics) काफी फायदेमंद हो सकता है. रोजाना कुछ योगाभ्यास कर अस्थमा रोगियों (Asthma Patient) को आराम मिल सकता है. अस्थमा से कई लोग परेशान रहते हैं. अगर सही समय पर अस्थमा का इलाज (Teatment Of Asthma) न किया जाए तो यह अटैक का रूप ले सकता है और कई स्थितियों में जानलेवा भी साबित हो सकता है. कुछ लोग अस्थमा के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies For Asthma) आजमाते हैं जो फायदेमंद हो सकते हैं लेकिन योग का रोजाना अभ्यास जरूरी है. अस्थमा (Asthma) में गला और छाती काफी प्रभावित हो जाती है. अस्थमा में फेफड़ों को सही मात्रा में आक्सीजन नहीं मिल पाता है और सांस लेने में तकलीफ होती है.

वैसे तो अस्थमा का इलाज पूरी तरह से डॉक्टरी सलाह से किया जा सकता है लेकिन कुछ एक्सरसाइज और योग अस्थमा से राहत दिलाने में कारगर साबित हो सकते हैं. वैसे तो योग हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है लेकिन अस्थमा रोगियों के लिए योग (Yoga For Asthma Patients) कमाल हो सकते हैं. यहां ऐसे ही 3 योगासनों के बारें बताया है जिन्हें कर अस्थमा से छुटकारा पाया जा सकता है. 

अस्थमा रोगियों के लिए कारगर हैं ये योगासन | These Yogasanas Are Effective For Asthma Patients

1. धनुरासन 

अस्थमा रोगियों के लिए धनुरासन काफी फायदेमंद हो सकता है. इस अवस्था में खुद को एक धनुष की तरह मोड़ना होता है. इस योगासन में श्वास का पूरा अभ्यास होता है. जो आपके फेफड़ों को मजबूत बना सकता है. अस्थमा रोगी रोजाना इस आसन को घर पर कर सकते हैं. शुरू में यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन धीरे-धीरे अपनी गति को बढ़ाएं.

dhanurasana 620x350Yoga For Asthma Patient: यह आसन अस्थमा रोगियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है

धनुरासन करने का तरीका

- पहले पेट के बल लेट जाएं और फिर अपने टागों को उलटी दिशा में मोड़ें और हाथों से पकड़ लें.
- छाती के ऊपर के हिस्से को ऊंचा उठा लें. 
- इस अवस्था में कुछ देर तक रहें और फिर नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं.
- इस दौरान लगातार सांस लेते और छोड़ते रहें. 

2. शवासन

शवासन करना काफी आसान है. इस अभ्सास को आप आसानी से कर अस्थमा में फायदा पा सकता हैं. शवासन का रोजाना अभ्यास कर अस्थमा रोगियों को राहत मिल सकती है. यह आसन तनाव को दूर करने, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मनोविकार, दिल की बीमारी के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. शवासन करने से याददाश्त, एकाग्रशक्ति भी बढ़ सकती है.

yogaBest Yogasan For Asthma: शवासन करना काफी आसान है, इसमें सांस पर नियंत्रण को बढ़ाया जाता है 

शवासन करने का तरीका

- शवासन में बस लेटना होता है. सबसे पहले घर का वह कोना तलाशें जहां शांति हो. 
- अब वहां एक आसन या चटाई बिछा लें और पीठ के बल लेट जाएं.
- दोनों हाथों को शरीर से कम से कम 5 इंच की दूरी पर करें. 
- दोनों पैरों के बीच में भी कम से कम 1 फुट की दूरी रखें. 
- हथेलियों को आसमान की तरफ रखें और हाथों को ढ़ीला छोड़ दें. 
- शरीर को ढ़ीला छोड़ दें. 
- आंखों को बंद कर लें. अब हल्की-हल्की सांस लें. 
- पूरा ध्यान अब अपनी सांसों पर केंद्रित करें. 

3. पवन मुक्तासन

पनमुक्तासन का रोजाना अभ्यास आपको अस्थमा में फायदा दिला सकता है. अस्थमा रोगियों के लिए यह आसान कारगर माना गया है. इस आसन के करने से शरीर की दूषित हवा बाहर निकल सकती है. योग अस्थमा रिगियों के लिए एक नेचुरल उपाय साबित हो सकता है. इस आसान में अपनी श्वसन क्रिया का ध्यान रखें.

bridge pose

पवन मुक्तासन करने का तरीका

- शवासन की मुद्रा में लेटकर अपने दोनों पैरों को एक-दूसरे से मिला लें.
- अपने हाथों को कमर पर रखें. अपने पंजों को जमीन पर रखते हुए पैरों को घुटनों के पास से मोड़ें.
- अब धीरे-धीरे दोनों घुटनों को छाती पर रखें. 
- अपने हाथों की कैंची बनाते हुए घुटनों को पकड़ें. 
- अपनी सांस को बाहर निकालते हुए सिर को जमीन से ऊपर उठाते  हुए अपनी ठोड़ी को घुटनों से मिलाएं.
- हाथों की कैंची बनी हथेलियों से घुटनों को छाती की ओर सुविधानुसार दबाएं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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